
जम्मू । जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसमें जान-माल की क्षति की आशंका है। यह घटना मछेल माता यात्रा के मार्ग पर स्थित पदर उपखंड में हुई है। बचाव कार्य जारी है। प्रशासन ने स्थिति का जायजा लेने के लिए टीमों को भेजा है।
17 शव बरामद कर लिए गए है। जानकारी के अनुसार, बादल फटने की घटना के बाद चिशोती गांव में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है। अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जान-माल की क्षति की आशंका है।
जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। दोनों पुल, लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल, क्षतिग्रस्त हो गए हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है, जो मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है। बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक ने घटनास्थल का दौरा किया है और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन स्थिति का जायजा लेने में जुटा हुआ है।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से तत्काल संदेश मिलने के बाद अभी-अभी किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की। चोसिटी क्षेत्र में भीषण बादल फटा है, जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है। प्रशासन तुरंत कार्रवाई में जुट गया है, बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने ट्वीट किया है कि “चोसिटी किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव और राहत अभियान को मजबूत करने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।”
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जले के चिशौती गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है, जहां करीब 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जबकि कई लोग लापता हैं और नुकसान का पूरा आंकलन अभी नहीं हो सका है। लाइव स्टॉक को भी भारी क्षति हुई है और घटना स्थल किश्तवाड़ मुख्यालय से लगभग 80झ्र90 किलोमीटर दूर है। मचैल माता यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और एंबुलेंस व रेस्क्यू वाहन लगातार मौके की ओर भेजे जा रहे हैं।
बादल फटने से भारी बारिश और बाढ़ आई, जिससे लंगर, दुकानें और एक सुरक्षा चौकी बह गई। कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने तुरंत बचाव और राहत कार्य शुरू किया। एनडीआरएफ की दो टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और भाजपा नेता जहांजैब सिरवाल ने घटना पर शोक जताया और सरकार से तेज राहत कार्य करने की अपील की। इस हादसे के बाद मचैल माता यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।