‘अमेरिका हमारे साथ खड़ा है…’ ट्रंप से बातचीत के बाद बोले जेलेंस्की, यूरोपियन यूनियन के सहयोग

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि अमेरिका उनके देश का समर्थन करने के लिए तैयार है. यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के साथ हुई कॉल के बाद आया है. कॉल 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली ट्रंप-पुतिन बैठक से पहले हुई.
जेलेंस्की का पुतिन पर आरोप
जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति और यूरोपीय नेताओं को बताया कि पुतिन शांति के पक्ष में नहीं हैं और वे अपने देश पर कब्जा करना चाहते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि पुतिन किसी को धोखा नहीं दे पाएंगे और शांति के लिए और दबाव की जरूरत है, जिसमें अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंध शामिल हैं.
शांतिविराम को मुख्य विषय बनाने की उम्मीद
जेलेंस्की ने कहा कि अलास्का में होने वाली बैठक का मुख्य विषय शांतिविराम होना चाहिए. ट्रंप ने कहा कि अगर 15 अगस्त की पुतिन से उनकी बैठक सफल रही, तो वे तुरंत दूसरी बैठक करना चाहेंगे जिसमें जेलेंस्की भी शामिल होंगे.
मैक्रॉन ने ट्रंप की शांतिविराम पहल की पुष्टि की
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने कॉल के बाद कहा कि ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं को बताया कि वे पुतिन से मिलने के दौरान यूक्रेन में शांतिविराम प्राप्त करना चाहते हैं. उन्होंने यह भी जोर दिया कि किसी भी क्षेत्रीय परिवर्तन पर चर्चा केवल यूक्रेन के साथ ही होनी चाहिए.
15 अगस्त की बैठक और अपेक्षाओं पर चर्चा
मैक्रॉन ने कहा, “अमेरिकी इच्छाशक्ति यह है कि शांतिविराम हासिल किया जाए.” उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप के साथ हुई बातचीत ने उन्हें 15 अगस्त की बैठक के इरादों को स्पष्ट रूप से बताने और अपनी अपेक्षाओं को स्पष्ट करने का अवसर दिया.
जेलेंस्की और मोदी की फोन बातचीत
जेलेंस्की ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया. उन्होंने कहा कि मोदी के गर्मजोशी भरे शब्दों के लिए वे आभारी हैं. इससे पहले, भारत ने अलास्का में 15 अगस्त को होने वाली अमेरिकी-रूसी बैठक का स्वागत किया और इसे यूक्रेन युद्ध समाप्ति में संभावित सफलता बताया.