राष्ट्रीय

Uttarkashi Cloudburst: धराली में बादल फटने के बाद मची तबाही, अब तक 5 की मौत, केरल के भी 28…

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में मंगलवार (5 अगस्त, 2025) को बादल फटने से हुए भारी भूस्खलन के बाद केरल के रहने वाले 28 पर्यटकों का ग्रुप भी लापता हो गया है. इस बात की जानकारी केरल स्थित पर्यटकों के परिवार के सदस्यों ने दी है.

पर्यटक समूह में शामिल एक दंपति के रिश्तेदार ने बताया कि इन 28 लोगों में से 20 केरल से हैं, जो महाराष्ट्र में बस गए हैं, जबकि बाकी आठ लोग केरल के अलग-अलग जिलों के रहते हैं. उन्होंने बताया कि दंपति के बेटे ने आखिरी बार उनसे एक दिन पहले ही बात की थी.

उत्तरकाशी से गंगोत्री की यात्रा पर थे यात्री

रिश्तेदार ने कहा, ‘उन्होंने बताया कि वे उस दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे उत्तरकाशी से गंगोत्री जाने वाले थे. उसी मार्ग में भूस्खलन हुआ था. उनके जाने के बाद से हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं.’ उन्होंने बताया कि हरिद्वार स्थित ट्रेवल एजेंसी ने 10 दिनों की उत्तराखंड यात्रा का आयोजन किया था. ट्रेवल एजेंसी भी समूह के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रही है.

उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि उनके फोन की बैटरी तब तक खत्म हो गई हो. उस क्षेत्र में फिलहाल कोई मोबाइल नेटवर्क नहीं है.’

धराली में मलबे से निकाला गया 5वां शव

उत्तराखंड के पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र धराली में मंगलवार (5 अगस्त, 2025) को दोपहर बादल फटने के बाद आई आपदा में कम से कम चार 4 की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 5वां शव भी निकाला गया है. अधिकारियों ने कहा कि धराली का लगभग आधा हिस्सा भूस्खलन के कारण कीचड़, मलबे और बाढ़ के पानी में समा गया है. यह गांव गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री जाने वाले मार्ग का एक प्रमुख पड़ाव है और यहां कई होटल और होमस्टे हैं.

190 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया: मुख्यमंत्री

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (6 अगस्त, 2025) को धराली में बादल फटने की घटना से हुई तबाही की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भारतीय सेना ने अभी तक 190 लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी हमें हर संभव मदद का भरोसा दिया है, उनके ही मार्गदर्शन में सभी कार्य हो रहे हैं. सभी घायलों को एम्स अस्पताल लाकर उचित इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. अभी वहां सड़क मार्ग बाधित है उसको सही करने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द से जल्द सही किया जाएगा, अभी वहां मौसम सही नहीं है लेकिन हम राहत बचाव कार्य में लगे हुए हैं.’

यह भी पढ़ेंः ‘नोटिस निकालो, मेरी अदालत में सीनियर एडवोकेट नहीं बताएंगे मुकदमे’, CJI गवई का आदेश सुनकर सिंघवी ने कह दी ये बात

Related Articles

Back to top button