आगरा के 6 गांवों का संपर्क टूटा, उफान पर चंबल
खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही, घरों में 6 फीट तक पानी भरा

आगरा । राजस्थान और मध्य प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते चंबल नदी उफान पर है। राजस्थान के कोटा बैराज 3 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने से आगरा के पिनाहट क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है। मुख्य मार्ग डूब जाने से गांवों का संपर्क टूट गया है। घरों में पानी भर गया है। ऐसे में लोग पलायन को मजबूर हैं।
चंबल नदी का जलस्तर बुधवार को ही खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर था, जो गुरुवार सुबह 2 मीटर और बढ़ गया है। अब चंबल खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है। तमाम गांवों में पानी प्रवेश कर चुका है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर डाल दिया है।
चंबल किनारे के गांव रेहा, गौहरा, भटपुरा एवं रानीपुरा, गुढ़ा, पुरा भगवान, उमरैठा पुरा गांवों का संपर्क मार्ग कट गया है। इस कारण ग्रामीणों का आवागमन बंद हो गया है। घरों में 6-6 फीट तक पानी भर गया है। खेत भी डूब गए हैं। पशुओं के बांधने की जगह भी पानी ही पानी भरा है। ऐसे में इन गांवों के लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की मदद के लिए जरूरत का सामान पहुंचाने के लिए फ्लड पीएसी टीम, एसडीआरएफ की टीम लगा दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मेडिकल की सुविधा, खंड विकास अधिकारी बाह, पिनाहट एवं जैतपुर को साफ-सफाई, मोबाइल टॉयलेट एवं स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था एवं विभागों को अपने-अपने विभाग से बाढ़ से दृष्टिगत समस्त आवश्यक व्यवस्था कराये जाने के लिए निर्देशित किया है।
संपर्क मार्ग डूब जाने के बाद प्रशासन की ओर से स्टीमर की व्यवस्था की जा रही है। जिससे कि आपात स्थिति में ग्रामीणों को गांव को बाहर निकाला जा सके। इसके साथ ही लाइट की व्यवस्था के लिए जनरेटर भिजवाए जा रहे हैं।