अदाणी ग्रीन का पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 824 करोड़ रुपये रहा, राजस्व में 31 प्रतिशत का इजाफा

नई दिल्ली । अदाणी ग्रीन शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 824 करोड़ रुपये दर्ज हुआ। यह पिछले वर्ष 629 करोड़ रुपये था। वहीं इस वर्ष 31 प्रतिशत अधिक राजस्व 3800 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वर्ष 2794 करोड़ रुपये दर्ज हुआ था। एबिटा 36 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,042 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष यह 2379 करोड़ रुपये था। साथ ही मार्जिन 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80 प्रतिशत दर्ज रहा।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) की ऊर्जा बिक्री अप्रैल-जून तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) में 42 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़कर 10,479 मिलियन यूनिट हो गई। अपने वित्तीय परिणामों में कंपनी ने बताया है कि परिचालन योग्यअक्षय ऊर्जा (आरई) क्षमता 45 प्रतिशत बढ़कर 15.8 गीगावाट हो गई, जो भारत में सबसे अधिक है। कंपनी ने सोमवार को जारी अपने वित्तीय परिणामों में इसकी जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि राजस्व वृद्धि 31 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़कर 3,312 करोड़ रुपये हो गई, वहीं ईबीआईटीडीए भी 31 प्रतिशत बढ़कर 3,108 करोड़ रुपये हो गया। अदाणी समूह की कंपनी के अनुसार, तिमाही में नकद लाभ 25 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़कर 1,744 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी ग्रीन एनर्जी के सीईओ आशीष खन्ना ने कहा, “वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के दौरान, हमने 1.6 गीगावाट ग्रीनफील्ड नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में हमारी कुल वृद्धि 4.9 गीगावाट हो गई- यह भारत के स्वच्छ ऊर्जा की ओर संक्रमण में एक बेजोड़ उपलब्धि है।”
उन्होंने कहा, “गुजरात के खावड़ा में बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा विकास के साथ-साथ अन्य संसाधन संपन्न स्थलों में हमारे निवेश से बेहतर परिचालन प्रदर्शन और उद्योग में सर्वश्रेष्ठ ईबीआईटीडीए मार्जिन दोनों के संदर्भ में परिणाम मिल रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि कंपनी 2030 तक 50 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है – जिसमें बैटरी भंडारण के साथ कम से कम 5 गीगावाट हाइड्रो पंप भंडारण शामिल है।
मजबूत राजस्व, ईबीआईटीडीए और नकद लाभ वृद्धि मुख्य रूप से मजबूत ग्रीनफील्ड क्षमता वृद्धि, उन्नत आरई प्रौद्योगिकियों की तैनाती, बेहतर संयंत्र प्रदर्शन और खावड़ा (गुजरात) और राजस्थान में संसाधन-समृद्ध साइटों में नई क्षमताओं की तैनाती द्वारा समर्थित है। खन्ना ने कहा, “इसके अलावा, बैटरी भंडारण भी हमारी भविष्य की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम राष्ट्रीय ऊर्जा परिवर्तन और सुरक्षा महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के साथ-साथ अपने ईएसजी नेतृत्व को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो एफटीएसई रसेल ईएसजी मूल्यांकन में हमारी शीर्ष रैंकिंग और रॉयटर्स ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन अवार्ड्स 2025 में हमारी मान्यता द्वारा उजागर होता है।”
एजीईएल ने लगातार बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) के तहत कुल वार्षिक प्रतिबद्धता से अधिक बिजली का उत्पादन किया है। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में, एजीईएल का पीपीए-आधारित बिजली उत्पादन वार्षिक प्रतिबद्धता का 31 प्रतिशत था। कंपनी गुजरात के खावड़ा में 30 गीगावाट का एक विशाल नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र विकसित कर रही है। यह 538 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जो पेरिस शहर से लगभग 5 गुना बड़ा है।