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फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर बढ़ा:खतरे के निशान के पास पहुंची गंगा, बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई गई राहत सामग्री

पहाड़ों पर हो रही मूसलधार बारिश और बांधों से छोड़े जा रहे अतिरिक्त पानी के कारण गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। पिछले दो दिनों में करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

हरिद्वार से 860,152 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा का जलस्तर 137.10 मीटर पर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान के करीब है। अमृतपुर और कायमगंज तहसील क्षेत्र के तटवर्ती गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है, जिससे गांवों में भारी जलभराव हुआ है। बाढ़ के कारण कई गांवों का आवागमन ठप हो चुका है और लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, रामगंगा में भी जलस्तर बढ़ रहा है। रामनगर बैराज से 20,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रामगंगा का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।

बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद डीएम डॉक्टर वीके सिंह ने ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि हर साल बाढ़ आने से खरीफ की फसल नष्ट हो जाती है और इस समस्या के समाधान के लिए एक बांध की आवश्यकता है। डीएम ने सिंचाई विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करने के निर्देश दिए और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री प्रदान की। स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयों का वितरण सुनिश्चित करें। डीएम का कहना है कि बाढ़ की स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।

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