ताजमहल का इंजीनियरों की टीम ने लिया जायजा:मुख्य गुंबद के संरक्षण का काम शुरू हुआ, पिछले साल टपका था पानी

आगरा । आगरा में ताजमहल के मुख्य गुंबद के संरक्षण कार्य को देखने के लिए इंजीनियरों की टीम पहुंची थी। टीम ने पाड़ लगाकर हो रहे संरक्षण कार्य को देखा। ताजमहल के मुख्य गुंबद से पिछले साल बरसात में रिसाव हुआ था। जिसकी मरम्मत के लिए संरक्षण कार्य शुरू हुआ है।
रिसाव की जानकारी के लिए एएसआई ने पिछले साल लिडार और थर्मल स्कैनिंग के जरिए मुख्य गुंबद के कलश के पास के हिस्से में आई दरार से रिसाव को देखा था। उस समय उसकी मरम्मत कर दी गई थी। अब मुख्य गुंबद पर संरक्षण कार्य शुरू हुआ है।
इसी कार्य को देखने के लिए दिल्ली से उत्तर क्षेत्र के निदेशक अनिल तिवारी, अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल, पुरातत्व अभियंताा मुनज्जर अली ताजमहल पहुंचे। टीम ने मुख्य गुंबद पर जिन पॉइंट्स पर काम होना है, जहां प्लास्टर होना है, या जिन पत्थरों को बदलने की संभावना है, उन्हें देखा। गुंबद से जिस जगह से रिसाव हुआ था, वो भी देखा। यह टीम सुझाव भी देगी।
मुख्य गुंबद के संरक्षण में 6 महीने का समय लगेगा। गुंबद पर लगे कलश 73 मीटर यानी 239.50 फीट ऊंचाई पर है। काम के दौरान भी जो दिक्कत दिखेंगी, उन्हें ठीक कराया जाएगा।
संरक्षण के दौरान 76 लाख रुपए खर्च होंगे। इसमें मेटेरियल पर 19.82 लाख रुपए और मजदूरों की लेबर पर करीब 56.93 लाख रुपए खर्च होने का एस्टीमेट बना है।