सावन में ग्रहों की शांति के लिए करें ये काम, सभी कष्ट हो जाएंगे दूर
सावन के महीने को धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद अहम माना जाता है। सावन के माह में किए जाने वाले कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिनसे आपकी कुंडली के क्रूर ग्रह भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। अगर आप अपनी कुंडली दिखवाकर यह जान लें कि कौन सा ग्रह आपकी कुंडली में प्रतिकूल प्रभाव दे रहा है, और फिर सावन में उससे जुड़े उपाय कर लें तो जीवन के कई कष्टों से आपको मुक्ति मिल सकती है। आइए ऐसे में जान लेते हैं कि सावन के महीने में सभी ग्रहों को शांत करने के क्या उपाय हैं।
सूर्य ग्रह
सूर्य ग्रह यदि आपकी कुंडली में प्रतिकूल हैं तो सावन के महीने में आपको शिवलिंग पर गाय के घी से अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही सावन में गुड़, गेहूं आदि का दान करने से भी सूर्य के शुभ परिणाम आपको मिलेंगे। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ भी इस दौरान आप कर सकते हैं।
चंद्र ग्रह
चंद्रमा को ज्योतिष में सौम्य ग्रह कहा जाता है लेकिन अगर ये कुंडली में प्रतिकूल हों तो कई मानसिक और शारीरिक पीड़ाएं दे सकते हैं। इसलिए सावन के माह में चंद्रमा के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के लिए शिवलिंग पर दूध और जल आपको अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही सफेद चीजों का दान करने से भी आपको लाभ होगा।
मंगल ग्रह
मंगल ग्रह अगर कुंडली में नकारात्मक परिणाम दे रहे हों तो व्यक्ति को पारिवारिक जीवन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सावन माह के दौरान आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए, साथ ही जल में चंदन मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए।
बुध ग्रह
बुध ग्रह खराब होने पर करियर के क्षेत्र में परेशानियों का सामना व्यक्ति को करना पड़ सकता है। इसलिए सावन माह में आपको बुध के बीज मंत्र का जप करना चाहिए और शहद को जल में मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।
बृहस्पति ग्रह
गुरु ग्रह को ज्योतिष में शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। कुंडली में यदि ये प्रतिकूल अवस्था में हों तो जीवन के हर क्षेत्र में आप दिक्कतों का सामना कर सकते हैं। इसलिए गुरु को मजबूत करने के लिए सावन के महीने में शिवलिंग पर कच्चे दूध और केसर से आपको अभिषेक करना चाहिए।
शुक्र ग्रह
शुक्र ग्रह को ज्योतिष में प्रेम और रोमांस का कारक माना जाता है, शुक्र के कमजोर होने पर आपके वैवाहिक और प्रेम जीवन में परेशानियां पैदा होती हैं। इसलिए शुक्र को मजबूत करने के लिए सावन के महीने में शिवलिंग का अभिषेक दूध और दही से आपको करना चाहिए।
शनि ग्रह
शनि ग्रह कुंडली में प्रतिकूल हों तो व्यक्ति को राजा से रंक बना सकते हैं। इसलिए शनि देव के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए आपको नारियल के जल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए।
राहु और केतु ग्रह
राहु और केतु दोनों ही छाया ग्रह हैं। अगर ये कुंडली में खराब हों तो भ्रम की स्थिति जीवन में बनी रहती है साथ ही इनके खराब होने से दुर्घटनाएं होने की भी संभावना होती है। इसलिए इन दोनों ग्रहों के दोष से मुक्त होने के लिए सावन के महीने में जलाभिषेक आपको करना चाहिए और साथ ही काले तिल का दान करना चाहिए।