11 मासूमों की बलि देकर सिद्धि चाहता है तांत्रिक, परिवार के इकलौते लड़कों को निशाना बनाता था असद
मेरठ । मेरठ के सरधना में तांत्रिक असद की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि आरोपी तांत्रिक 11 मासूमों की हत्या कर सिद्धि प्राप्त करना और जिन्न वश करना चाहता था। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है, लेकिन आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
ग्रामीण यह भी आशंका जता रहे हैं कि पूछताछ व जांच में अन्य हत्याओं का भी खुलासा हो सकता है। बताया गया है कि पहले असद का पिता इकरामुद्दीन तंत्र क्रिया करता था। असद ने उसी से तंत्र क्रिया सीखी है। आरोपी पर झाड़ फूंक के बहाने महिलाओं से अश्लील हरकत के आरोप भी लग चुके हैं।
उधर, नवाबगढ़ी के जंगल में खेत की खोदाई के दौरान फोरेंसिक टीम भी मौजूद रही और जमीन से मिले अवशेषों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम, लैब जांच और डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी दावा करता था कि जिन्न को वश में कर वह काले जादू में पूरी महारत हासिल कर लेगा। ग्रामीणों का आरोप है कि वह महिलाओं से इलाज के नाम पर घिनौने कृत्य किया करता था। दोहरे हत्याकांड का खुलासा होने के बाद नवाबगढ़ी गांव में मातम है। रिहान और उवैस के परिजन सदमे में हैं। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि पड़ोसी ही बच्चों का हत्यारा निकलेगा।
ग्रामीणों का कहना है आरोपी के दिमाग में तांत्रिक सिद्धि पाने की सनक इस कदर थी कि मासूमों की हत्या करने से पीछे नहीं हटा। वह परिवार के इकलौते लड़कों को ही शिकार बनाता था। रिहान भी अकेला था, जबकि उवैस भी तीन बहनों में इकलौता भाई था।
यह भी जानकारी मिली कि मुजफ्फरनगर के खतौली से एक बच्चा काफी समय से लापता है। आशंका है कि इस मामले का तार भी असद से जुड़ा हो सकता है। गुमशुदा बच्चों की रिपोर्टों को दोबारा खंगाला जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। सरधना थाना इलाके के गांव नवाबगढ़ी में तांत्रिक असद ने गुरुवार को पड़ोस में रहने वाले उवैस (14) को घर से बुलाया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव खाली पड़े जर्जर मकान में फेंक दिया। पुलिस जांच में जुटी तो खुलासा हुआ कि आरोपी असद ने तीन माह पूर्व गांव के ही रिहान (11) की भी अगवा कर हत्या की थी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने रिहान के कपड़े और शव के अवशेष बरामद किए हैं। आरोपी ने तंत्र क्रिया के लिए दोनों मासूमों की हत्या की है।
नवाबगढ़ी निवासी उवैस बृहस्पतिवार शाम की नमाज पढ़ने के लिए गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसका मोबाइल भी बंद हो गया। उवैस के मोबाइल से पिता शकील के पास पांच लाख की फिरौती का मैसेज आए।
कुछ देर बाद आरोपी ने नंबर बदलकर रुपये ट्रांसफर करने के लिए क्यूआर कोड भेजा। उवैस के पिता ने पांच हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस सर्विलांस टीम की मदद से शनिवार को नई बस्ती के एक जर्जर मकान पर पहुंची तो वहां उवैस का शव मिला।
पुलिस ने आरोपी असद को हिरासत में लेकर पूछताछ की। असद ने उवैस और तीन माह पूर्व लापता हुए रिहान की हत्या कर शव खेत में दबाना स्वीकार किया। आरोपी के घर से रिहान के कपड़े भी बरामद हुए।
पुलिस ने शव के कुछ अवशेष आरोपी के बताए खेत से बरामद किए। एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी ने उवैस और रिहान की हत्या करना स्वीकार किया है। हत्या, अपहरण और सबूत मिटाने की धाराओं में मुकदमा किया गया है।
इस वारदात के बाद गांव में भय और मातम का माहौल है। जिन परिवारों में इकलौती संतान है, वे अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए सीबीआई या किसी विशेष एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जाए, जिससे न केवल असद का नेटवर्क सामने आए, बल्कि ऐसे विकृत मानसिकता वाले लोगों को समय रहते पकड़ा जा सके।
ग्रामीणों का कहना है आरोपी के दिमाग में तांत्रिक सिद्धि पाने की सनक इस कदर थी कि मासूमों की हत्या करने से पीछे नहीं हटा। वह परिवार के इकलौते लड़कों को ही शिकार बनाता था। रिहान भी अकेला था, जबकि उवैस भी तीन बहनों में इकलौता भाई था।
यह भी जानकारी मिली कि मुजफ्फरनगर के खतौली से एक बच्चा काफी समय से लापता है। आशंका है कि इस मामले का तार भी असद से जुड़ा हो सकता है। गुमशुदा बच्चों की रिपोर्टों को दोबारा खंगाला जा रहा है।