पाकिस्तान का नया ड्रामा, एशिया कप-विश्व कप के लिए हॉकी टीम भारत भेजने से पहले करेगा सुरक्षा की समीक्षा

कराची । पाकिस्तान ने एशिया कप हॉकी से पहले नया ड्रामा शुरू कर दिया है। उसका कहना है कि इस साल के अंत में होने वाले एशिया कप और जूनियर विश्व कप के लिए वह अपनी राष्ट्रीय हॉकी टीम को भारत भेजने पर फैसला लेने से पहले भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगा। आतंकियों की फैक्ट्री माने जाने वाले पाकिस्तान के एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने गीदड़भभकी देते हुए कहा है कि अगर राष्ट्रीय टीम को सुरक्षा संबंधी कोई खतरा होगा तो टीम को भारत नहीं भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री युवा विकास एवं खेल कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशूद ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान की सरकार भारत में सुरक्षा स्थिति से पूरी तरह संतुष्ट है तो ही पाकिस्तान की हॉकी टीम इन टूनार्मेंटों के लिए पड़ोसी मुल्क का दौरा करेगी। मशूद ने कहा, ‘सरकार पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगी और अगर वह संतुष्ट नहीं होती है, तो वह अपने किसी भी खिलाड़ी को भारत में खेलने के लिए भेजकर उसे खतरे में नहीं डालेगी।’
उन्होंने बताया कि भारत के आॅपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत की यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने भारत में होने वाले दो प्रमुख हॉकी आयोजनों के लिए राष्ट्रीय टीमें भेजने हेतु संबंधित मंत्रालयों से सलाह और अनुमति मांगी है। अगले महीने होने वाला एशिया कप, 2026 में होने वाले हॉकी विश्व कप के लिए क्वालिफायर भी होगा। भारत पहले ही क्वालिफाई कर चुका है।
पीएचएफ के महासचिव राणा मुजाहिद ने स्वीकार किया कि अतीत में पाकिस्तान ने भारत में कुछ अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भाग लिया था। उन्होंने कहा, ‘लेकिन अभी स्थिति अलग है, संबंध तनावपूर्ण हैं, इसलिए हम तभी आगे बढ़ सकते हैं जब सरकार हमें अनुमति दे।’ उन्होंने बताया कि पीएचएफ सोशल मीडिया पर हॉकी टीम के खिलाड़ियों को दी जा रही धमकियों पर नजर रख रहा है।
इससे पहले भारतीय खेल मंत्रालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया था कि वह पाकिस्तान हॉकी टीम को अगले महीने भारत में होने वाले एशिया कप में शामिल होने से नहीं रोकेंगे। खेल मंत्रालय के सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया कि वे बहु-राष्ट्रीय टूनार्मेंट में किसी टीम के शामिल होने के विरुद्ध नहीं हैं। हॉकी एशिया कप का आयोजन 27 अगस्त से सात सितंबर तक बिहार के राजगीर में होना है।
खेल मंत्रालय के सूत्र ने कहा, ‘हम भारत में होने वाले बहु-राष्ट्रीय टूनार्मेंट में किसी टीम के शामिल होने खिलाफ नहीं हैं, लेकिन द्विपक्षीय सीरीज अलग बात है। अंतरराष्ट्रीय खेल की मांग होती है कि हम किसी को टूनार्मेंट से बाहर नहीं कर सकते। रूस और यूक्रेन के बीच जंग चल रही है, लेकिन वे बहु-राष्ट्रीय टूनार्मेंट में खेलते हैं।’