वकील ने कांग्रेस कार्यालय में महिला से रेप किया: पीड़िता के घर पर कब्जा जमाया

आगरा । आगरा में वकील ने अपनी महिला क्लाइंट को पिस्टल दिखाकर कांग्रेस कार्यालय में रेप किया। इसके बाद पीड़िता के घर पर जबरन आना शुरू कर दिया। धर्म परिवर्तन कराने और रोजे रखने का दबाव बनाने लगा। उसके घर में ही नमाज पढ़ने लगा।
जब पीड़ित महिला ने इसका विरोध किया तो उस पर चाकू से हमला कर दिया। पीड़ित ने आरोपी वकील के खिलाफ रेप सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है। घटना शाहगंज थाना क्षेत्र की है। पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर ली गई है। पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा है। आरोपी की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
थाना शाहगंज क्षेत्र की रहने वाली पीड़ित महिला ने बताया- जुलाई 2019 में भाइयों से मेरा विवाद हो गया था। इसके बाद मैं दीवानी कचहरी गई थी। वहां मेरी मुलाकात जलालुद्दीन से हुई। जलालुद्दीन ने अपने आप को वकील बताया। मैंने जलालुद्दीन को अपनी समस्या बताई। जलालुद्दीन ने मेरी मदद करने का भरोसा दिया।
जलालुद्दीन पुत्र स्व सिराजुद्दीन निवासी सगीर फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज परिसर अभी ताजगंज में रहता है। मैंने भरोसा करके जलालुद्दीन से सम्पर्क शुरू कर दिया। जलालुद्दीन ने मुझे अपने प्रेम जाल में फंसाना शुरू कर दिया। मेरे ऊपर पर बुरी नजर रखने लगा।
6 साल पहले जलालुद्दीन मुझे दवा दिलाने के बहाने एमजी रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय पर ले गया। पिस्टल दिखाकर मेरे साथ रेप किया। कहा कि अब तेरी इज्जत मेरे हाथ में है। अगर तूने पुलिस को बताया तो मैं तुझे बदनाम कर दूंगा। समाज में रहने लायक नहीं छोडूंगा। मैंने डर व बदनामी की वजह से घटना की जानकारी अपने दिव्यांग पति और परिवार में किसी को भी नहीं दी।
जलालुद्दीन बदनामी का डर का दिखाकर मेरे साथ आए दिन घर आकर रेप करता रहा। मुझ पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालने लगा। मेरे साथ शादी करने के लिए कहने लगा। मैंने मना कर दिया।
आरोपी वकील जलालुद्दीन को शहर कांग्रेस कमेटी आगरा में कुछ दिन पहले उपाध्यक्ष बनाया गया था। इस लिस्ट में उनका नाम 9वें नंबर पर है।
आरोपी वकील जलालुद्दीन को शहर कांग्रेस कमेटी आगरा में कुछ दिन पहले उपाध्यक्ष बनाया गया था। इस लिस्ट में उनका नाम 9वें नंबर पर है।
महिला ने बताया कि मेरे पति दिव्यांग हैं और गुजरात में रहते हैं। शाहगंज में मैं अपनी बेटी और मां के साथ रहती हूं। इसका फायदा उठाकर जलालुद्दीन मेरे घर में आने लगा। घर में जब कोई नहीं होता तो वह मेरे साथ रेप करता।
मेरी मां की मौत के बाद जलालुद्दीन ने मेरे घर पर कब्जा कर जमा लिया। वह मेरे घर में ही नमाज पढ़ता था। मुझसे रोजे रखवाता था। उससे निकाह करने और धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता था। मैंने जब विरोध किया तो 1 जनवरी दोपहर 3:20 बजे जलालुद्दीन ने मेरे ऊपर चाकू से हमला किया। मैं किसी तरह बच गई, जिसकी रिकार्डिंग भी मेरे पास है।