पीएम मोदी का त्रिनिदाद टोबैगो दौरा रहा खास, दोनों देशों में हुए छह अहम समझौते

पोर्ट आफ स्पेन । भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी और त्रिनिदाद एंड टोबैगो की पीएम कमला प्रसाद बिसेसर के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों देश बुनियादी ढांचे के विकास, फार्मास्यूटिकल और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। शुक्रवार को दोनों नेताओं की मुलाकात हुई। दोनों देशों में कृषि, स्वास्थ्य, डिजिटल बदलाव, यूपीआई जैसे क्षेत्रों में भी क्षमता निर्माण को लेकर बात हुई।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘प्रधानमंत्री की त्रिनिदाद और टोबैगो की ऐतिहासिक यात्रा ने देशों के बीच विशेष संबंधों को बढ़ावा दिया है।’ प्रधानमंत्री मोदी अपने पांच देशों के दौरे के दूसरे चरण में गुरुवार को पोर्ट आॅफ स्पेन पहुंचे। यह 1999 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस कैरेबियाई राष्ट्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। द्विपक्षीय स्तर की बातचीत के दौरान त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने कहा कि पीएम मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के बीच के गहरे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। पहलगाम आतंकी हमले के दौरान भारत का समर्थन करने के लिए भी पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी ने पोर्ट आफ स्पेन में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से भी मुलाकात की।
छह सहमति पत्रों से भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच फामार्कोपिया, त्वरित प्रभाव वाली परियोजनाएं, संस्कृति, खेल और कूटनीतिक प्रशिक्षण के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओसीआई (भारत की विदेशी नागरिकता) कार्ड की पेशकश सहित द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की गईं। पीएम मोदी और कमला प्रसाद बिसेसर की मुलाकात में भारत-कैरिकॉम साझेदारी को मजबूत करने पर भी सहमति बनी। कैरिकॉम, कैरेबियाई क्षेत्र के 15 सदस्य देशों का एक अंतर सरकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य आर्थिक एकीकरण और सहयोग को बढ़ावा देना है।
पीएम मोदी और कमला प्रसाद बिसेसर की मुलाकात में जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों पर भी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिसेसर को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कैरेबियाई राष्ट्र की संसद को संबोधित किया और दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों के बीच संबंधों में स्वाभाविक गर्मजोशी है। मुझे कहना होगा कि भारतीय, वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के सबसे उत्साही प्रशंसकों में से हैं! हम पूरे दिल से उनका उत्साहवर्धन करते हैं, सिवाय इसके कि जब वे भारत के खिलाफ खेल रहे हों।’ पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की विकास यात्रा में भारतीय मूल के लोगों के योगदान की भी सराहना की। भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो ने 31 अगस्त 1962 को राजनयिक संबंध स्थापित किए थे, उसी वर्ष कैरेबियाई राष्ट्र ने स्वतंत्रता प्राप्त की थी। दोनों देशों के बीच पारंपरिक रूप से अच्छे संबंध हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट का समर्थन किया है। कैरेबियाई देश की सरकार ने सुरक्षा परिषद में विस्तार की मांग भी की। संयुक्त बयान में भारत ने भी त्रिनिदाद और टोबैगो को सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट देने की मांग की।
पीएम मोदी ने पोर्ट आॅफ स्पेन में एलान किया कि त्रिनिदाद और टोबैगो के पंडितों को भारत में प्रशिक्षण मिलेगा। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो के पंडितों को भारत में गीता महोत्सव में भी शामिल होने का मौका मिलेगा। इस पर त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री ने भी दोनों देशों द्वारा मिलकर कैरेबियाई देश में गीता महोत्सव आयोजित करने का एलान किया।