दर्दनाक सड़क हादसे में दूल्हे समेत आठ की मौत: दीवार से चिपक गई थी बोलेरो

संभल। संभल में दर्दनाक सड़क हादसा बोलेरो चालक को लापरवाही से हुआ है। बोलेरो रफ्तार बेकाबू थी। इसके चलते ही चालक ने स्टेयरिंग से नियंत्रण खो दिया और अचानक से गाड़ी पलट गई। हादसा इतना भीषण था कि दूर तक आवाज पहुंची, लोग मौके पर आए, लेकिन मदद नहीं कर सके क्योंकि क्षतिग्रस्त बोलेरो दीवार से चिपक जैसी गई थी। पुलिस के पहुंचने पर शव और घायल बोलेरो से बाहर निकाले गए। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वह हादसे के बाद मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस के साथ आम लोगों से भी हादसे की जानकारी ली।
एसपी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा चालक की लापरवाही से हुआ है। बोलेरो की रफ्तार तेज थी। अचानक से ही कॉलेज की दीवार से जा भिड़ी। इस भीषण हादसे में आठ लोगों की जान चल गई है, एक घायल का उपचार चल रहा है, जिसकी हालत गंभीर है।
एसपी ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो क्रेन से बोलेरो को दीवार से दूर किया गया। इसके बाद मशीन से बोलेरो के दरवाजे काटे गए। तब शव और घायलों को निकाला गया। पहले सीएचसी भर्ती कराया और बाद में अलीगढ़ के लिए रेफर कराया गया।
घटनास्थल और थाने की दूरी करीब 400 मीटर है। हादसा करीब 7:30 बजे हुआ है। सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचने तक राहगीर मदद करने के प्रयास में लगे रहे। जब पुलिस पहुंची तो घायल सीएचसी ले जाए गए। पांच लोगों की तो मौके पर ही मौत हो गई थी। पांच लोग तड़प रहे थे।
हादसा होने और उपचार मिलने में करीब 40 मिनट का समय लग गया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि इन घायलों को तत्काल उपचार मिल जाता तो शायद कई लोगों की जान बच सकती थी। हादसा भीषण होने के कारण सभी का खून ज्यादा बह गया। ज्यादा खून बहना और गहरे जख्म होने को ही लोग मौत का कारण मान रहे हैं।
हादसे के बाद विधायक गुन्नौर रामखिलाड़ी यादव के बेटे अखिलेश यादव सूचना पाकर सीएचसी पहुंचे और घायलों व उनके परिजनों को ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसी दौरान पूर्व विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव ने भी मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली और मृतकों और घायलों के परिजनों को सांत्वना दी।
उधर, सीएमओ डॉ. तरुण पाठक समेत नायब तहसीलदार बबलू कुमार और अनुज कुमार ने सीएचसी पहुंच कर जानकारी ली है। वहीं पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई घटनास्थल का मुआयना किया।
दूल्हे के रवाना होने से आधा घंटा पहले निकल गई थी बरात, शायद इसलिए चालक ने भरी रफ्तार
गांव हरगोविंदपुर से बरात करीब साढ़े छह बजे रवाना हो गई थी। 11 वाहनों में सवार होकर बराती रवाना हुए थे लेकिन तैयारियों और रस्म अदा होने के चलते दूल्हे की रवानगी में देर हुई। सात बजे के बाद ही दूल्हा और परिवार के लोग कार से रवाना हुए तो जुनावई के नजदीक करीब 700 मीटर बाद ही हादसा हो गया।
माना जा रहा है कि चालक ने रफ्तार बरात की गाड़ियों को पकड़ने के लिए भरी थी। इसके चलते ही वह रफ्तार भरता गया और नियंत्रण खो जाने से हादसा हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि बरात बदायूं की तहसील बिल्सी के गांव सिरसौल जानी थी। जिसकी दूरी हरगोविंदपुर से करीब 50 किलोमीटर है। कार से एक घंटे का सफर माना जाता है।
बरात की सभी गाड़ियां पहले रवाना हो गई थीं इसलिए चालक ने रफ्तार बढ़ा दी थी। क्योंकि बरात की गाड़ियां करीब 20 किलोमीटर दूर ही गांव दहकमा तक ही पहुंच सकी थीं। हादसे की सूचना जब बरातियों को दी गई थी तो सभी वाहन रास्ते से ही लौट आए। रिश्तेदार और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। गांव में भी मातम छा गया।
मेरठ-बदायूं रोड पर शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे बरातियों की बोलेरो अनियंत्रित होकर इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गई। हादसे में दूल्हे सूरज पाल (20) समेत आठ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दूल्हे की बहन, चाची, चचेरी बहन और रिश्तेदार भी शामिल हैं।