8.5 लाख खच्चर खातों के मामले में जांच के दायरे में आए बैंक अधिकारियों से होगी पूछताछ, आया यह अपडेट

नई दिल्ली । देशभर में हुई एक बड़ी साजिश के तहत अपराध से हुई कालेधन की आय को सफेद करने के मामले में सीबीआई बड़ा कदम उठा रही है। एजेंसी साइबर अपराध गिरोहों के साथ मिलकर अपराध की आय को सफेद करने के आरोपी बैंक अधिकारियों से पूछताछ करेगी। इन अधिकारियों पर पूरे भारत में 8.5 लाख खच्चर खातों के संचालन में मदद करने का आरोप है।
एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि कहा कि दो महीने की जांच के दौरान सीबीआई ने जो एक महत्वपूर्ण लापरवाही पकड़ी। सीबीआई के अनुसार संदिग्ध लेनदेन रिपोर्ट (एसटीआर) तैयार करने में प्रणालीगत विफलता देखी गई। अनगिनत खातों में निर्धारित मौद्रिक सीमा से अधिक लेनदेन हुआ, जो संदिग्ध गतिविधि का स्पष्ट संकेत है।
हाल ही में, दर्ज सीबीआई की एफआईआर के अनुसार, बैंक अधिकारी खाता खोलने के दौरान ग्राहक से उचित जांच-पड़ताल (सीडीडी) करने में भी विफल रहे, जो प्रारंभिक जोखिम आकलन और सटीक ग्राहक पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इससे यह संकेत मिलता है कि बुनियादी चूक का मतलब यह है कि ग्राहकों की ओर से उत्पन्न वित्तीय अपराध जोखिमों का अपर्याप्त आकलन किया गया था।
सीबीआई ने एक प्रारंभिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज की है, जिसमें पता चला है कि साइबर अपराध सिंडिकेट अज्ञात बैंक अधिकारियों की कथित मिलीभगत से डिजिटल धोखाधड़ी से अवैध आय को सफेद करने के लिए जानबूझकर खच्चर खातों के एक गुप्त नेटवर्क को सुविधाजनक बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
सीबीआई के अनुसार, जांच में देशभर में विभिन्न बैंकों की 743 शाखाओं में 8.50 लाख ऐसे खाते पाए गए, जिससे इस खतरे की गंभीरता बढ़ गई। जांच को एफआईआर में शामिल कर लिया गया है और पिछले सप्ताह छापेमारी की गई, जिसमें 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने एफआईआर में 37 व्यक्तियों को आरोपी बनाया है।