सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच को भाजपा की समिति कोलकाता पहुंची, पीड़िता से करेगी मुलाकात

नई दिल्ली। कोलकाता के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में भाजपा की चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कोलकाता पहुंच गई है। इस समिति में शामिल भाजपा नेता दुष्कर्म मामले को लेकर पीड़िता से मुलाकात करेंगे। साथ ही विभिन पहलुओं पर बात करेंगे। समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व पुलिस अधिकारी सतपाल सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, लोकसभा सांसद बिप्लब कुमार देब और राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा शामिल हैं।
कोलकाता लॉ कॉलेज सामूहिक दुष्कर्म की जांच के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह टीम मामले की जांच करने और अपने निष्कर्ष पेश करने के लिए बंगाल का दौरा करने रवाना हो गई है। कोलकाता रवाना होने से पहले टीम के सदस्य सतपाल सिंह ने कहा कि समिति के सदस्य केस से जुड़े सभी लोगों से बात करेंगे और पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मिलने की कोशिश करेंगे। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनकी टीम को सभी जगहों पर जाने की अनुमति देंगी।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं असुरक्षित होती जा रही हैं। पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन हुए थे। अब लॉ कॉलेज में एक और घटना हुई। मुख्य आरोपी टीएमसी का सदस्य बताया जा रहा है। राज्य सरकार के सदस्यों द्वारा दिए गए बयान उनकी मानसिकता को दशार्ते हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
सतपाल सिंह ने कहा कि हम कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सभी लोगों से बात करेंगे। हम पुलिस से भी पूछेंगे कि उन्होंने क्या किया है? मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमारी टीम को सभी जगहों पर जाने की अनुमति देंगी…” सिंह ने कहा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह निर्धारित करने के लिए तथ्यात्मक जांच की जाएगी कि आपराधिक घटनाओं में शामिल एक व्यक्ति को विश्वविद्यालय में प्रवेश करने की अनुमति कैसे दी गई? सबसे बड़ी बात यह है कि पश्चिम बंगाल में एक महिला मुख्यमंत्री हैं और वहां ऐसी भयानक घटनाएं बार-बार हो रही हैं। मैं ऐसी घटनाओं के पक्ष में नहीं हूं, चाहे वे कहीं भी हों।
24 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसे कॉलेज परिसर में दो सीनियर छात्र और एक पूर्व छात्र (एलुमनस) ने मिलकर गार्ड रूम में सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद पीड़िता की शिकायत के आधार पर पहले ही तीन मुख्य आरोपियों – मनोजित मिश्रा, प्रोमित मुखर्जी और जैद अहमद- को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जो घटना के समय मौके पर मौजूद था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गार्ड की बातों में विरोधाभास था और कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज में उसकी मौजूदगी साफ देखी जा सकती है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वह घटना के समय ड्यूटी पर अकेला था या किसी और के साथ।