‘कमाल का सफर था… जय हिंद! जय भारत!’ अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद बोले शुभांशु शुक्ला
नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने बुधवार को एक्सिओम स्पेस के वाणिज्यिक मिशन के तहत तीन अन्य लोगों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकलकर इतिहास रच दिया। 29 मई से अब तक छह बार लॉन्चिंग टाले जाने के बाद आखिरकार एक्सिओम-4 मिशन फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे आईएसएस की ओर रवाना हुआ।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है! हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में वापस पहुंच गए हैं। कमाल का सफर था। यह एक अद्भुत सफर है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है, जो मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा की शुरूआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरूआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए… आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरूआत करें। जय हिंद! जय भारत!
लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के सिटी मोंटेसरी स्कूल में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां उनके माता-पिता ने इस ऐतिहासिक प्रक्षेपण को देखा। लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला, नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज उजनांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा हैं।
शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। यह यात्रा राकेश शर्मा के 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के हिस्से के रूप में कक्षा में आठ दिनों के प्रवास के 41 साल बाद हुई है। नासा ने एक बयान में कहा कि लक्षित डॉकिंग समय गुरुवार, 26 जून को भारतीय समयानुसार शाम लगभग 4.30 बजे है।