ईरान-इस्राइल तनाव के बीच ठप हुईं वैश्विक हवाई उड़ानें, रद्द करनी पड़ीं 750 से ज्यादा फ्लाइट्स
न्यूयॉर्क। ईरान-इस्राइल तनाव का सीधा असर वैश्विक हवाई उड़ानों पर पड़ा है। इस तनाव में अमेरिका के दखल के बाद पश्चिम एशिया के प्रमुख देशों ने अपने हवाई क्षेत्रों को बंद कर दिया। इसके चलते करीब 750 से ज्यादा उड़ानों को रद्द करना पड़ा। सबसे ज्यादा उड़ानें दुबई एयरपोर्ट से रद्द की गईं। जबकि अन्य विदेशी एयरलाइन्स ने भी उड़ानों को रद्द किया।
इस्राइल-ईरान के बीच 12 जून से शुरू हुए हमलों के बाद से पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण थे। इसके बाद अमेरिका ने शनिवार रविवार की दरमियानी रात ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला बोला। जवाब में ईरान ने सोमवार को कतर के अल उदीद एयर बेस पर अमेरिकी सेना पर मिसाइल हमला किया। इससे कुछ घंटे पहले ही कतर ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। जबकि अमेरिका और ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों से वहां शरण लेने के लिए कहा था। वहीं संयुक्त अरब अमीरात ने भी कुछ सप्ताह के लिए उड़ानों को बंद कर दिया।
सिंगापुर एयरलाइंस ने पश्चिम एशिया में तनावपूर्ण हालात का हवाला देते हुए रविवार से लेकर बुधवार तक दुबई आने-जाने वाली कुछ उड़ानें रद्द कर दीं। ब्रिटिश एयरवेज ने भी बुधवार तक दोहा आने-जाने वाली उड़ानें कैंसिल कर दी हैं।ब्रिटिश एयरलाइंस ने कहा कि सुरक्षा हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम स्थिति की समीक्षा करते रहेंगे। वहीं एअर इंडिया ने सोमवार को घोषणा की कि वह अगले आदेश तक पश्चिम एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के पूर्वी तट से आने-जाने के सभी परिचालन को तत्काल बंद कर रही है। इसके अलावा उत्तरी अमेरिका से भारत आने वाली उड़ानों को बंद हवाई क्षेत्रों से दूर डायवर्ट या रीरूट किया जा रहा है।
फ्लाइटअवेयर के एयर ट्रैकिंग डाटा के मुताबिक सोमवार दोपहर तक दुनिया भर में 705 उड़ानें रद्द की गईं। इसमें सबसे ज्यादा 75 उड़ानें दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रद्द हुईं। इसमें एअर इंडिया में सबसे ज्यादा 38 उड़ानें शामिल थीं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह से हवाई क्षेत्र को बंद करना और उड़ानों का मार्ग बदलना सुरक्षा की दृष्टि से अहम है।
फ्लाइट सेफ्टी फाउंडेशन के अध्यक्ष और सीईओ हसन शाहिदी ने कहा कि यह राज्यों और देशों की जिम्मेदारी है कि वे इसकी पुष्टि करें कि उनका हवाई क्षेत्र विमानों के आवागमन के लिए सुरक्षित हो। कतर ने संघर्ष के खतरे के कारण अपना हवाई क्षेत्र बंद करके बिल्कुल सही काम किया। उन्होंने कहा कि हम सभी इस संघर्ष के समाधान के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हम मलयेशिया के टऌ17 जैसा कुछ नहीं चाहते, जिसमें मिसाइल हमले में निर्दोष लोगों की जान चली जाए। हम उस इतिहास को दोहराना नहीं चाहते। फ्लाइटराडार24 के संचार निदेशक इयान पेटचेनिक ने कहा कि हवाई क्षेत्र बंद होना और उड़ान रद्द होना दशार्ता है कि एयरलाइंस, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और फ़्लाइट क्रू सभी को सुरक्षित रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।