अमेरिका सहित कई देशों में ‘योग’ की धूम, भारतीय शिक्षकों पर डॉलर बरसा रहा पीएम मोदी का ‘आइडिया’
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब एक दशक पहले ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का आइडिया, दुनिया के सामने रखा था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में मोदी ने जब ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का विचार, सदस्य राष्ट्रों के सामने रखा तो सभी ने उसका स्वागत किया। ये आइडिया काम कर गया और 11 दिसंबर, 2014 को यूएन के 193 सदस्य देश, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजित करने पर सहमत हो गए। 21 जून, 2015 को जब पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया तो उसके बाद दुनिया में भारतीय योग शिक्षकों की मांग बढ़ने लगी। अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जापान, अफ्रीका, हंगरी, बुलगारिया और स्पेन सहित अनेक देशों में बड़ी तादाद में लोग ‘योग’ सीख रहे हैं। भारतीय योग शिक्षकों पर डॉलर बरसने लगा है। हर साल सैंकड़ों भारतीय योग शिक्षक, किसी न किसी देश में पहुंच रहे हैं।
यूपी के ओरैया जिले में स्थित गेल में कार्यरत सदानंद, जिन्होंने इंटरनेशनल फाउंडेशन आॅफ योग प्रोफेशनल (आईएफवाईपी) जैसे बड़े संगठन को खड़ा करने में अहम योगदान दिया है, वे बताते हैं, आज भारतीय योग एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है।
बतौर सदानंद, आईएफवाईपी ने बीते कई वर्षों में सैंकड़ों योग शिक्षक तैयार किए हैं। अब उनके संगठन से जुड़ी योग शिक्षक स्वाति कुमारी, अटलांटा ‘यूएस’ जाने के लिए तैयार हैं। आईएफवाईपी के जरिए योग शिक्षकों को ट्रेनिंग एवं उसके मॉड्यूल के बारे में बताया जाता है। विदेशों के प्रोटोकॉल की जानकारी दी जाती है। अब देश में अधिकांश प्रदेशों से योग शिक्षक, दूसरे मुल्कों में जा रहे हैं। कुछ निजी प्रयासों से तो बाकी योग संगठनों की मदद से वहां तक पहुंचते हैं। भारतीय दूतावास भी इस प्रयास में मदद करता है।
आईएफवाईपी, एक माध्यम है। पहले लोगों को योग में प्रशिक्षित करते हैं और उसके बाद उन्हें एक कुशल ट्रेनर की भूमिका में ढाला जाता है। विदेश जाकर योग सिखाया जाए, इसके लिए प्रत्यक्ष एजेंसी तो सरकार ही है। इस बार आईएफवाईपी का चौथा बैच, विदेश जाने के लिए तैयार है। अभी तक तीन सौ से अधिक योग शिक्षक, दूसरे देशों में जा चुके हैं। पहले बैच में 150 तो दूसरे में लगभग 70 योग शिक्षकों को डॉलर कमाई का मौका मिला। कुछ प्रतिभागी, कोविड के चलते रह गए थे, उन्हें दोबारा से अवसर दिया गया। फिलहाल साढ़े तीन सौ योग शिक्षक तैयार हैं। इनमें पचास से अधिक योग शिक्षकों का चयन हो गया है।