क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि, रिसर्च इनोवेशन पर जोर- पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 भारत के शिक्षा जगत के लिए एक खुशखबरी लेकर आई है। इस साल पहली बार रिकॉर्ड 54 भारतीय संस्थानों को इस वैश्विक रैंकिंग में जगह मिली है।
मोदी ने एक्स पर लिखा, “क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत अच्छी खबर लेकर आई है। हमारी सरकार भारत के युवाओं के लाभ के लिए अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
गुरुवार सुबह घोषित रैंकिंग के अनुसार, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली सर्वोच्च रैंकिंग वाला भारतीय संस्थान है – जिसने दो वर्षों में 70 से अधिक पायदान चढ़कर प्रतिष्ठित सूची में 123वां स्थान प्राप्त किया है।
इस वर्ष रैंकिंग में आठ नए संस्थानों को शामिल करने के साथ, भारत के अब 54 संस्थान इसमें शामिल हो गए हैं, जिससे यह अमेरिका (192 संस्थान), ब्रिटेन (90 संस्थान) और मुख्यभूमि चीन (72 संस्थान) के बाद चौथा सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला देश बन गया है।
किसी भी अन्य देश या क्षेत्र में इस वर्ष रैंकिंग में इतने विश्वविद्यालय नहीं जुड़े हैं। जॉर्डन और अजरबैजान दूसरे सबसे बेहतर विश्वविद्यालय हैं और 2026 की रैंकिंग में दोनों में छह विश्वविद्यालय जुड़े हैं।
लंदन स्थित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषण फर्म क्वाक्वेरेली साइमंड्स द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित प्रतिष्ठित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग, विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन करती है, जिसमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, संकाय-छात्र अनुपात, अनुसंधान प्रभाव, अंतर्राष्ट्रीय छात्र विविधता और स्नातक रोजगार क्षमता शामिल हैं।