एशिया कप की पांच स्पधार्ओं के फाइनल में भारतीय तीरंदाज
नई दिल्ली । हॉकी इंडिया ने इस साल 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप की सह मेजबानी के लिए बृहस्पतिवार को तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौते पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। टूनार्मेंट की घोषणा कार्यक्रम के दौरान यहां आधिकारिक लोगो का भी अनावरण किया गया।
इस चरण में पहली बार दुनिया भर से 24 टीमें भाग लेंगी जिससे यह अब तक का सबसे प्रतिस्पर्धी चरण होगा। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री थिरु उदयनिधि स्टालिन ने कहा, ‘यह केवल हमारे राज्य के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल है। इस तरह के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूनार्मेंट की मेजबानी करना सभी स्तरों पर खेल का समर्थन करने और खेल का विकास करने की हमारी प्रतिबद्धता को दशार्ता है।’
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा, ‘एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु 2025 अंतरराष्ट्रीय हॉकी कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण टूनार्मेंट है जिससे भविष्य के स्टार निकलते हैं। हम इस चरण के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ साझेदारी करके बेहद खुश हैं।’
देशभर से 640 मुक्केबाज गुरुवार से रोहतक में शुरू हो रही छठी जूनियर (अंडर-17) लड़के और लड़कियों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भाग लेंगे। जूनियर लड़के और लड़कियों की प्रतियोगिताओं में 44-46 किलोग्राम से लेकर 80 किलोग्राम से अधिक तक कुल 13 वजन वर्ग होंगे।
सेना खेल नियंत्रण बोर्ड लड़कों के वर्ग में, जबकि हरियाणा लड़कियों के वर्ग में गत विजेता के रूप में उतरेगा। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की अंतरिम समिति के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, ‘जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप युवा मुक्केबाजों के लिए राष्ट्रीय चयनकतार्ओं और कोचों के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह महासंघ को भविष्य की प्रतिभा की पहचान करने और उनको तैयार करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।’ इस टूनार्मेंट के विजेता अक्तूबर में होने वाले एशियाई युवा खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
भारतीय जूनियर तीरंदाजों ने अपना दबदबा कायम रखते हुए गुरुवार को यहां एशिया कप के दूसरे चरण में पांच स्पधार्ओं के फाइनल में प्रवेश किया। दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय पुरुष रिकर्व टीम ने एकतरफा सेमीफाइनल में पांचवीं वरीयता प्राप्त बांग्लादेश को 5-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई, जहां उसका सामना तीसरी वरीयता प्राप्त जापान से होगा।
विष्णु चौधरी, पारस हुड्डा और जुयेल सरकार की तिकड़ी ने शुरू से ही दबदबा बनाते हुए पहला सेट 55-48 से जीता। दूसरा सेट 55-55 से बराबर रहा, लेकिन भारतीय टीम ने अच्छी वापसी की और तीसरे सेट में सिर्फ एक अंक गंवाकर 59-56 से सेट और मैच अपने नाम कर दिया।
रिकर्व मिश्रित टीम स्पर्धा में वैष्णवी पवार और विष्णु चौधरी ने सिंगापुर की तबीथा एर्न लिन येओ और यू लोंग ली को 5-3 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। भारतीय जोड़ी ने पहला सेट 37-35 से जीता और दूसरा सेट 37-37 से बराबर किया लेकिन तीसरा सेट 36-38 से हार गई जिससे स्कोर 3-3 से बराबर हो गया। पवार और चौधरी ने धैर्य बनाए रखा और अंतिम सेट में 38-34 से जीत दर्ज करके मैच अपने नाम कर लिया।
भारत ने कम्पाउंड पुरुष टीम स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने से एक और पदक पक्का किया। कुशल दलाल, गणेश थिरुमुरु और मिहिर अपार की शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में पांचवीं वरीयता प्राप्त आॅस्ट्रेलिया को हराया। इसका फैसला शूट-आॅफ (30-29) से हुआ। दोनों टीमें चार सेटों के बाद 232 अंकों पर बराबर थीं। फाइनल में भारत का मुकाबला कजाकिस्तान से होगा।
शानमुखी बुड्डे, तेजल साल्वे और तनिष्का थोकल की शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय कंपाउंड महिला टीम ने भी सेमीफाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त कजाकिस्तान को 230-229 से हराकर पदक पक्का किया। फाइनल में उसका मुकाबला मलेशिया से होगा। शानमुखी और कुशाल की शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय मिश्रित जोड़ी ने भी इंडोनेशिया की नूरिसा डियान अशरीफा और प्राइमा विष्णु वर्धना को एक रोमांचक सेमीफाइनल में 155-154 से हराकर एक और पदक पक्का कर लिया। फाइनल में उनका मुकाबला तीसरी वरीयता प्राप्त कजाकिस्तान से होगा।
वैष्णवी पवार, कीर्ति और तमन्ना की भारतीय महिला रिकर्व टीम को हालांकि निराशा हाथ लगी। भारत की पांचवीं वरीयता प्राप्त टीम पांच सेट तक चले क्वार्टर फाइनल के इस मुकाबले में शूट-आॅफ में चौथी वरीयता प्राप्त जापान से 4-5 (26-28) से हार गईं। भारतीय टीम ने पहला सेट 47-49 से गंवा दिया और दूसरे सेट में जापान के 55 अंकों के मुकाबले केवल 34 अंक ही हासिल कर सकी। भारतीय खिलाड़ियों ने हालांकि शानदार वापसी की तथा तीसरा सेट 55-53 से और चौथा सेट 54-52 से जीतकर स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया। शूट-आॅफ में जापान सिर्फ दो अंकों से आगे रहा।