ग्राउंड रिपोर्ट : स्कूल में13 शिक्षक,2 गायब,441 छात्रों का एडमिशन,10 ही हाजिर

सीवान.शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण जिले के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। शिक्षकों की लापरवाही के कारण अधिकांश बच्चों ने स्कूल जाना छोड़़ दिए हैं। उधर विद्यालय के शिक्षक उपस्थिति पंजिका में बच्चों की उपस्थिति मनमाने ढंग से डालकर मध्याह्न भोजन योजना में जमकर लूट खसोट करने में लगे हुए हैं।
स्कूल में बच्चों की उपस्थिति नहीं होने के बाद भी उपस्थिति पंजी छात्रों की उपस्थिति से भर दी जा रही है। विभाग के अधिकारी भी इस मामले में उदासीन बने हुए हैं। शनिवार को ऐसा ही एक मामला राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहद्दीनपुर में सामने आया है।
शनिवार को 10.30 बजे विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति नहीं देखी गई। शनिवार को विद्यालय में किसी क्लास में बच्चे नहीं थे। विद्यालय में प्रतिनियुक्त 13 शिक्षकों में से भी दो शिक्षक जय प्रकाश प्रसाद व हीरालाल चौधरी प्राचार्य को बिना कोई सूचना दिए नदारद थे। नियमानुसार विद्यालय शनिवार को प्रातः 6:30 से 12:30 तक संचालित हो रहे हैं।
क्लास में क्या थी बच्चों की स्थिति
स्कूल की उपस्थिति पंजिका के अनुसार विद्यालय के वर्ग 8 में पंजीकृत छात्रों की कुल संख्या 76 बताई गई थी जबकि छात्रों की उपस्थिति शून्य थी। इसी प्रकार वर्ग 7 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 79, वर्ग 6 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 81, वर्ग 5 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 48, वर्ग 4 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 60, वर्ग 3 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 45, वर्ग 2 में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 52 बताई गई, जबकि क्लास में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति शून्य पाई गई। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि विद्यालय में छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहद्दीनपुर में कुल छात्र व छात्राओं की संख्या 441 है। जिसमे कुल 10 छात्र-छात्राएं ही मिले। एेसे में शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल है आसानी से समझा जा सकता है।
क्या कहती हैं प्राचार्य
राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहद्दीनपुर के प्राचार्य पुष्पा कुमारी ने बताया कि विद्यालय में उपस्थिति कम होने का कारण बच्चों को टीसी एवं पुस्तक वितरण किया जाना है। उनकी टीसी एवं पुस्तक कहीं गुम ना हो जाए। जिस डर से बच्चे मध्याह्न भोजन में खिचड़ी खा कर घर चले गए। कोई शिक्षक मेरी बातों को नहीं मानता। शिक्षक लापरवाही के साथ कार्य करते हैं। बच्चों की उपस्थिति में कमी होने का एक मुख्य कारण शिक्षकों की लापरवाही भी है।
क्या कहते हैं प्रभारी डीईओ
जिला शिक्षा प्रभारी अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि उपस्थिति पंजी में छात्रों की संख्या का अधिक दिखाया जाना और क्लास में बच्चों का नहीं मिलना गंभीर मामला है। विद्यालय का औचक ढंग से जांच होगा, और मामले में दोषी सभी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। विद्यालय में बन रहे मध्याह्न भोजन योजना की भी जांच करायी जाएगी। शिक्षकों की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। दोषी पाए गए शिक्षकों पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।