लोगों के बिजनेस पार्टनर हैं ये हनुमान, प्रॉफिट मेें भी होता है इनका शेयर

ग्वालियर।भगवान हनुमान किसी के बिजनेस में पार्टनर भी हो सकते हैं, ये बात सुनकर आश्चर्य लगे लेकिन ग्वालियर के रोकड़िया सरकार वाले हनुमान कई व्यापारियों के बिजनेस पार्टनर हैं। इन बजरंगबली के जो भी व्यापारी बिजनेस में पार्टनर हैं, वे रोकड़िया सरकार से अपना प्रॉफिट हर साल शेयर करते हैं। फिर जमा हुए पैसे से मंदिर में हनुमान जयंती पर एक शानदार भंडारा होता है, जिसमें पुरे शहर को न्यौता दिया जाता है।
 -रोकड़िया सरकार हनुमान मंदिर ग्वालियर के छ्त्री मैदान इलाके में हैं। करीब 250 साल पुराने इस मंदिर में हनुमान नृत्य करती हुई मुद्रा में हैं।
-वैसे तो सभी वर्ग के लोग रोकड़िया सरकार मंदिर में पूजा करने आते हैं, लेकिन एक समय केवल वैश्य यानि व्यापारी समुदाय के लोग ही इस मंदिर में पूजा करने आते थे।
बिजनेस में पार्टनर हैं रोकड़िया सरकार
-अभी भी यही वर्ग यहां पूजा करता है और हनुमानजी को अपना बिजनेस पार्टनर बनाकर रखता है। ऐसी मान्यता है कि ट्रेड में रोकड़िया सरकार को पार्टनर बना लो तो बिजनेस कई गुना बढ़ जाता है।
-इसी मान्यता के चलते जो भी व्यापारी हनुमानजी के साथ मिलकर बिजनेस करता है और जो प्रॉफिट उसे होता है, वह शेयर करता है। इसी कारण इस हनुमान मंदिर का नाम रोकड़िया सरकार पड़ गया।
– ये शेयरिंग पूजा के रूप में होती है। हनुमान जयंती पर भंडारा होगा, उसमें लाखों रुपए खर्च करके भव्य रूप दिया जा रहा है।
पीठ पर लादकर प्रतिमा लाए थे सेठ रामचंद्र
– हनुमान यहां पर नृत्य की मुद्रा में हैं, क्योंकि वे कमर पर हाथ रखे हुए हैं। यह प्रतिमा जागेश्वर गांव से यहां लाई गई थी।
-बताया जाता है कि करीब 250 साल पहले सेठ रामंचद्र को स्वयं हनुमानजी ने सपने में आकर कहा कि वे तिघरा के पास जागेश्वर में हैं, उन्हें लेकर आएं।
– सेठ रामचंद्र वहां पहुंचे तो हनुमानजी की प्रतिमा उन्हें मिली। उन्होंने तय किया कि वे बैलगाड़ी में इसे लेकर आएंगे।
-दूसरे दिन फिर हनुमान ने सपने में कहा कि वे अपनी पीठ पर लादकर ग्वालियर लाएं। फिर रामचंद्र प्रतिमा को पीठ पर लादकर लाए।
-इस मंदिर में खासतौर से दीपावली पर विशेष पूजा की जाती है और केवल दशहरे और दीपावली पर रोकड़िया सरकार को चोला चढ़ाया जाता है। अब हनुमान जयंती पर भी चोला चढ़ाया जाने लगा है।
पूरे शहर के भंडारे का न्यौता
-हनुमान जंयती 11 अप्रैल को है और रोकड़िया सरकार की ओर से पूरे शहर को भंडारे का न्यौता है। इस भंडारे का आयोजन उन्हीं लोगों की ओर से है, जिन्होंने रोकड़िया सरकार को अपना बिजनेस पार्टनर बना रखा है।