एशिया के कुछ देशों से भारत के रिश्ते सुधर जाएं तो मुझे खुशी होगी: आडवाणी
नई दिल्ली.बीजेपी के सीनियर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर पड़ोसी मुल्क के साथ बेहतर रिश्तों की वकालत की। उन्होंने कहा, “किसी देश का नाम नहीं लेना चाहूंगा, लेकिन एशिया में भी कई देश हैं जिनके साथ संबंध सहज हो जाएं तो मुझे खुशी होगी।” इस कार्यक्रम में भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भी शामिल हुईं। सिंध को याद किया आडवाणी ने…
– आडवाणी ने इंडिया फाउंडेशन अवेयरनेस प्रोग्राम में बोलते हुए इस बात पर दुख जताया कि सिंध अब भारत का हिस्सा नहीं है।
– उन्होंने कहा, “बंटवारे से पहले मैं जिस भारत के हिस्से में पैदा हुआ वह आजादी के बाद भारत से अलग कर दिया गया।”
– आडवाणी ने कहा, “यह सच है कि सिंध भारत का हिस्सा नहीं है, लेकिन इस सच से मुझे दुख पहुंचता है।”
भारत के लोगों ने हमारा साथ दिया
– इस मौके पर बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा, “भारत सरकार और यहां के लोगों ने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में हमारा दिल से साथ दिया।”
– उन्होंने कहा, “बांग्लादेश की पार्लियामेंट ने हाल ही में एक मत से प्रस्ताव पास किया है। इसमें पाकिस्तान के अत्याचारों की याद में 25 मार्च को जिनोसाइड डे (Genocide day) डिक्लेयर किया गया है।”
हसीना ने ममता पर कसा तंज
– इस मौके पर बांग्लादेश की पीएम ने तीस्ता वॉटर ट्रीटी का भी जिक्र किया और ममता बनर्जी पर तंज कसा।
– हसीना ने कहा, “हम इस बात में यकीन करते हैं कि हमारे कॉमन वाटर रिर्सोस हमारी ताकत बढ़ाने का काम करेंगे।”
– “हमारे कॉमन वॉटर रिसोर्सेस हमारी तकात बढ़ाने का काम करेंगे।”
– “तीस्ता ममले में पीएम मोदी ने एक बार फिर जल्द संधि करने और समस्याओं के समाधान की तरफ कदम बढ़ाया है।”
– उन्होंने इस मौके पर ममता पर तंज कसते हुए कहा, “लेकिन पता नहीं दीदी मोनी क्या करेगी। दीदी मोनी के साथ बात हुई तो उन्होंने तो कुछ नया दिखा दिया, लेकिन मोदी जी ने भरोसा दिलाया है तो हम बैठे हैं इंतजार में।”
– “लेकिन दीदी मोनी ने एक काम किया कि उन्होंने कहा हमें बिजली देंगे। पानी मांगा तो बिजली मिली, अच्छा ही है कुछ तो मिल गया न।”