सचेत-परंपरा के गीतों पर झूमे दर्शक

आगरा में ताज महोत्सव का हुआ औपचारिक समापन, दो मार्च तक हो सकेगी खरीददारी
आगरा। आगरा में ताज महोत्सव का औपचारिक समापन गुरुवार को हो गया। ताज महोत्सव में अब सांस्कृतिक प्रस्तुतियां नहीं होंगी, लेकिन शिल्पी दो मार्च तक रहेंगे। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग उप्र सरकार के मंत्री जयवीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में समापन कार्यक्रम में उपस्थित रहे। समापन कार्यक्रम में जहां उप्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नाराज हो गईं, वहीं सचेत-परंपरा की प्रस्तुति ने अंतिम दिन दर्शकों को संतुष्ट कर दिया।

समापन समारोह में पर्यटन मंत्री ने कहा कि बटेश्वर में विश्व की सबसे ऊंची 65 फीट की भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगेगी। 85 करोड़ से संस्कृति व पर्यटन विभाग द्वारा आगरा में विकास कराया जाएगा। संस्कृति के महाकुंभ के अंतर्गत सांस्कृतिक मंच का समापन हुआ। 2 मार्च तक शिल्पी स्टॉल, हस्तकला, पॉटरी, हैण्डलूम आदि का ताज महोत्सव में बाजार लगा रहेगा।

सचेत परंपरा की प्रस्तुति की रही धूम
आम दिनों के मुकाबले अंतिम दिन मुख्य कलाकार समय से पहले ही मंच पर आ गए। सचेत परंपरा ने एक के बाद एक लगातार कई हिट गाने गाए। लोगों ने उनके गानों को बहुत एंजॉय किया। डांस किया, ठुमके लगाए। उनके साथ गाने भी गाए। डेढ़ से दो घंटे की परफॉर्मेंस में सचेत परंपरा ने कबीर सिंह, दम मारो दम, शिव तांडव,रांझण-रांझण, माइया वे आदि हिट गाने सुनाए।

यह रहे उपस्थित
उप्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.मंजू भदौरिया, विधायक रानी पक्षालिका सिंह, छोटेलाल वर्मा, एमएलसी विजय शिवहरे, महानगर अध्यक्ष भानू महाजन, मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी आदि उपस्थित रहे।

इतनी हुई महोत्सव में बिक्री
मेला परिसर में कुल 409 स्टॉल लगाए गए हैं। शिल्पी 135, ओपन स्टाल 54, फूड स्टाल 18, फास्ट फूड 12 आदि लगाए गए। इस वर्ष के महोत्सव में- सर्वाधिक बिक्री के लिए लखनऊ के अजय अग्रवाल द्वारा लखनऊ चिकेन तथा मथुरा के अखिलेश अग्रवाल द्वारा मथुरा साड़ी को 10-10 लाख रूपये की सर्वाधिक बिक्री पर सम्मानित किया गया। ताज महोत्सव में दुकानदारों द्वारा लगभग 2 करोड़ 45 लाख 78 हजार (2,45,78000) की बिक्री की गई।