दिल्ली एनसीआर में भूकंप से हिली धरती
पंजाब-हरियाणा में भी महसूस हुए झटके
नई दिल्ली। सोमवार सुबह दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप इतना तेज था कि लोगों की नींद खुल गई और वह घरों से बाहर आ गए। भूकंप का केंद्र दिल्ली एनसीआर में ही था और जमीन से सिर्फ पांच किलोमीटर अंदर था। इसी वजह से दिल्ली में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार नई दिल्ली में सुबह पांच बजकर 36 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 थी। भूकंप का केंद्र दिल्ली था। दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंडीगढ़ में भी भूकंप महसूस किया गया। दिल्ली पुलिस ने भूकंप के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 112 पर कॉल करके मदद मांगी जा सकती है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे एक यात्री ने बताया, “भूकंप कम समय के लिए था, लेकिन तीव्रता बहुत ज्यादा थी। ऐसा लगा जैसे कोई ट्रेन बहुत तेज गति से आई हो।” एक अन्य यात्री ने कहा “हमें ऐसा लगा जैसे कोई रेलगाड़ी जमीन के नीचे चल रही हो। सब कुछ हिल रहा था।” दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास ही एक दुकानदार ने बताया “सब कुछ हिल रहा था। ग्राहक चिल्लाने लगे।”
खतरनाक होते हैं उथले भूकंप
इस तरह के भूकंप आमतौर पर गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उथले भूकंप सतह के करीब अधिक ऊर्जा छोड़ते हैं, जिससे अधिक तीव्र कंपन और क्षति होती है। दिल्ली में भी इस बार यही हुआ है। भूकंप का केंद्र दिल्ली के दुगार्बाई देशमुख कॉलेज आॅफ स्पेशल एजुकेशन के पास था और सतह से सिर्फ पांच किलोमीटर नीचे था। इसी वजह से झटके कम समय के लिए महसूस हुए, लेकिन झटकों की तीव्रता काफी ज्यादा थी। लोगों की नींद टूट गई और दहशत में लोग घरों से बाहर आ गए।
क्यों आते हैं भूकंप?
भारत समेत पूरी दुनिया में भूकंप की घटनाएं हाल के दिनों में काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, ये प्लेट्स कई बार फॉल्ट लाइन पर टकराती हैं, जिससे घर्षण पैदा होता है। इस घर्षण से निकली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता तलाशती हैं। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।