
आगरा के 3 जालसाजों ने सहारनपुर में एक प्राइवेट बैंक से फर्जी दस्तावेजों से 4.60 करोड़ रुपए का लोन ले लिया। सहारनपुर पुलिस तीनों को तलाश कर रही थी। रविवार को नोएडा एसटीएफ ने तीनों आरोपियों को रुनकता से गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों को सहारनपुर कोतवाली थाने में ले जाया गया है।
जगदीशपुरा के नगला अजीता के अरुण पाराशर, जीवनी मंडी की कृष्णा कॉलोनी में रहने वाले शुभम तिवारी और सिकंदरा के माधव एंक्लेव निवासी अभिषेक शर्मा के खिलाफ तीन महीने पहले सहारनपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था। तीनों ने एक प्राइवेट बैंक से पांच कूटरचित प्रपत्रों के आधार पर 4.60 करोड़ रुपए लोन लिया।
बाद में जांच में प्रपत्र फर्जी निकले। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने तीनों की तलाश शुरू की। गिरफ्तार किया गया अरुण पाराशर सरगना है। पूछताछ में अरुण ने बताया कि वो एमबीए है। 2005 से 2014 तक वो कई बैंकों और लोन देने वाले कंपनियों में काम कर चुका है।
लॉकडाउन के दौरान संजय प्लेस में संदीप नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई। संदीप ने उसकी मुलाकात एक और व्यक्ति से कराई। तीनों ने लंबे समय तक कूटरचित प्रपत्रों के मदद से कई लोगों को लोन दिलाए। इसी साल इस मामले में अरुण जेल भी गया था। एसटीएफ आगरा ने उसे गिरफ्तार किया था।


