क्या होता है टॉप-अप होम लोन, क्या हैं इसके फायदे?

नई दिल्ली : टॉप-अप होम लोन वह लोन है, जो उन होमबायर्स को ऑफर होता है, जिन्होंने पहले से होम लोन लिया हुआ है। इस लोन से लोग अपने मौजूदा लोन अमाउंट के अलावा और कर्ज ले सकते हैं। टॉप अप लोन पर आपको अपने मौजूदा कर्जदाता से अच्छी डील मिल जाती है। इससे आपकी कर्ज लेने की कुल लागत घट जाती है। टॉप अप होम लोन आपके कर्ज को मैनेज करने का एक अफोर्डेबल सोल्यूशन है। अगर आप पुनर्भुगतान के लिए कम अवधि चुनते हैं, तो टॉप-अप होम लोन्स ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद हैं। टॉप-अप होम लोन की अवधि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक 30 साल तक की अवधि के लिए टॉप-अप होम लोन देता है।

टॉप अप होम लोन की ब्याज दर
टॉप अप होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर रेगुलर होम लोन की रेट्स से थोड़ी अधिक होती है। ये उधार लेने वाली की प्रोफाइल पर भी निर्भर करती हैं। उदाहरण के लिए एसबीआई की टॉप अप होम लोन रेट 8.80 फीसदी और 11.30 फीसदी के बीच है। उधार लेने वाले के बड़े हुए जोखिम के चलते यह रेट थोड़ी अधिक होती है। इन रेट्स के बीच अंतर आमतौर से 1 से 2 फीसदी के बीच होता है।

नहीं लेना पड़ेगा पर्सनल लोन
अगर ग्राहक बिना कोई किश्त मिस किये 12 महीने तक होम लोन का पुनर्भुगतान कर देता है, तो वह होम लोन टॉप-अप लेने के योग्य हो जाता है। बैंक द्वारा सेंक्शन होने वाली रकम रेगुलर होम लोन में पुनर्भुगतान की गई मंथली इन्स्टॉलमेंट पर भी निर्भर करेगी। आपको होम लोन के अलावा अतिरिक्त पैसों की जरूरत पड़ जाती है, तो टॉप-अप होम लोन एक अच्छा विकल्प है। इससे आपको पर्सनल लोन के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा। बहुत बार होम लोन के अलावा भी कुछ अतिरिक्त खर्चे आ जाते हैं। होम लोन टॉप अप इन खर्चों को पूरा कर सकता है।