मथुरा

मथुरा में मुंह में कपड़ा ठूंसकर रिटायर सैनिक का मर्डर:रसोई में लाश मिली, हाथ-पैर बंधे थे

मथुरा । मथुरा में रिटायर्ड इरऋ सैनिक की हत्या कर दी गई। उनकी लाश रसोई में पड़ी मिली। हाथ-पैर बंधे थे। शरीर पर चोट के निशान थे। दिनभर घर से बाहर न निकलने पर एक साधु ने आवाज लगाई। कोई जवाब न मिलने पर अंदर गया। देखा तो सैनिक की लाश औंधे मुंह पड़ी थी। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था।
वह चिल्लाते हुए बाहर आए और मोहल्ले वालों को बुलाया। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। रढ देहात सुरेश चंद रावत समेत अन्य अधिकारी भी पहुंचे। कमरे और आसपास के इलाके को सील कर दिया गया।
फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। पुलिस मोहल्ले वालों से पूछताछ कर रही है। घटना गोपी बिहार कॉलोनी में बुधवार देर रात हुई।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी विनोद पांडेय (56) पिछले 25 साल से मथुरा में रह रहे थे। आसपास के लोगों के अनुसार, वे राधारानी की पूजा करते थे। राधारानी में गहरी आस्था के चलते उन्होंने सैनिक पद से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी।
उनका दिन भजन-पूजन में ही बीतता था। उन्होंने अपना नाम बदलकर विनोद कृष्ण दास रख लिया था। करीब आठ महीने पहले उनके भाई ने गोपी विहार कॉलोनी में मकान बनवाया था, जिसके बाद वे पाल कॉलोनी स्थित अपने पुराने मकान से यहां आकर रहने लगे थे।
विनोद के पिता गणेशदत्त पांडेय भी उनके साथ रहते थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही अल्मोड़ा चले गए थे। विनोद पांडेय आमतौर पर घर का गेट बंद नहीं करते थे। बुधवार को जब वे पूरे दिन घर से बाहर नहीं निकले, तो विष्णुदास बाबा उनके घर पहुंचे।
अंदर जाकर देखा तो विनोद का शव रसोई में औंधे मुंह पड़ा था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। देखा तो अलमारी खुली पड़ी थी और सामान बिखरा हुआ था। घर में स्थापित राधारानी की मूर्ति का श्रृंगार भी अस्त-व्यस्त था। गहने गायब थे। इसके अलावा घर में खड़ी एक स्कूटी और एक बाइक भी नहीं मिली।
पुलिस के अनुसार, गोपी विहार कॉलोनी नई बसी है, इसलिए आसपास बहुत अधिक मकान नहीं हैं। विनोद पांडेय के मकान के सामने का घर भी बंद पड़ा है। मौके पर जोर-जबरदस्ती के कोई निशान नहीं मिले हैं।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया- कमरे में कई जगह सामान बिखरा मिला है। आशंका है कि घर से जेवर और नकदी गायब हुई है। मोहल्ले वालों ने बताया कि बाहर हमेशा उनकी बाइक खड़ी रहती थी, जो अब गायब है। वारदात रात में हुई या दिन में, इसका पता लगाया जा रहा है।

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