25 Photos : ऐसा था लव फेस्टिवल का नजारा, विदेशी बोले Wonderful
इंदौर। मालवा- निमाड़ में मनाए जाने वाले भगोरिया का उत्साह अंतिम दिनों में चरम पर है। कई विदेशी पर्यटक भी ग्रामीण संस्कृति से रूबरू होने यहां पहुंच रहे हैं। रविवार को आदिवासियों के इस लव फेस्टिवल को देख वे कह उठे वंडरफुल… भगोरिया के रंग…
– 1 लाख से अधिक आदिवासियों ने की मेले में शिरकत।
– जैसे-जैसे दिन चढ़ा वैसे-वैसे परवान चढ़ा उत्साह।
– युवक-युवतियों ने हाथों पर नाम गुदवाए, पारंपरिक टैटू बनवाए।
– मुंह में पान, आंख पर चश्मा और जींस-टीशर्ट में आए युवा।
– ढोल मांदल की थाप व थाली की खनक पर दिनभर थिरकते रहे लोग।
– मेले में शामिल युवाओं का पहनावा बता रहा था कि लोक संस्कृति के उत्सव पर आधुनिकता का रंग चढ़ने लगा है।
– मेलास्थल पर युवक-युवतियों के बीच दिनभर चुहलबाजी होती रही।
विक्रम की गायकी से बढ़ा उत्साह
पहली बार गुजरात के कलाकार विक्रम चौहान को भगोरिया हाट के लिए बुलाया था। दोपहर में एक वाहन पर सवार विक्रम चौहान जब गाना गाते हुए ग्रामीणों के बीच पहुंचे तो लोग उन्हें देखकर उत्साहित हो गए। भगदड़ न मच जाए, इसके लिए पुलिस को कमान संभालनी पड़ी।
– 1 लाख से अधिक आदिवासियों ने की मेले में शिरकत।
– जैसे-जैसे दिन चढ़ा वैसे-वैसे परवान चढ़ा उत्साह।
– युवक-युवतियों ने हाथों पर नाम गुदवाए, पारंपरिक टैटू बनवाए।
– मुंह में पान, आंख पर चश्मा और जींस-टीशर्ट में आए युवा।
– ढोल मांदल की थाप व थाली की खनक पर दिनभर थिरकते रहे लोग।
– मेले में शामिल युवाओं का पहनावा बता रहा था कि लोक संस्कृति के उत्सव पर आधुनिकता का रंग चढ़ने लगा है।
– मेलास्थल पर युवक-युवतियों के बीच दिनभर चुहलबाजी होती रही।
विक्रम की गायकी से बढ़ा उत्साह
पहली बार गुजरात के कलाकार विक्रम चौहान को भगोरिया हाट के लिए बुलाया था। दोपहर में एक वाहन पर सवार विक्रम चौहान जब गाना गाते हुए ग्रामीणों के बीच पहुंचे तो लोग उन्हें देखकर उत्साहित हो गए। भगदड़ न मच जाए, इसके लिए पुलिस को कमान संभालनी पड़ी।
विदेशी पर्यटक भी अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाए
आदिवासी संस्कृति के इस पर्व में विदेशी पर्यटक भी अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाए। उन्होंने जमकर मांदल की थाप पर कुर्राटी लगाई। इटली के आलीक्स और मानुएला तो काफी देर तक मांदल की थाप पर थिरकते रहे उन्होंने आदिवासियों की पगड़ी भी पहनी और गले में माला भी डलवाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां की संस्कृत वकई वंडरफुल है। ये अनूठा आयोजन है।
आगे की स्लाइड्स पर देखें भागोरिया के फोटोज…