मारुति का चौथी तिमाही में मुनाफा 48% बढ़ा

कंपनी ने पूरे साल में 21.35 लाख गाड़ियां बेची, शेयरधारकों को 125 रुपए लाभांश देगी
मुंबई। भारत की कार बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी का मुनाफा 48% बढ़ गया है। कंपनी ने शुक्रवार 26 अप्रैल को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने बताया कि उसे इस तिमाही में 3877 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 2,632 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

वहीं पूरे वित्त वर्ष के लिए टैक्स के बाद का मुनाफा 64% बढ़कर 13,209 करोड़ रुपए हो गया है। एक साल पहले यानी, वित्त वर्ष 2023 में ये 8,049 करोड़ रुपए था। मारुति ने अपने शेयरधारकों को 125 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड (लाभांश) देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं।

एक साल में करीब 50% चढ़ा मारुति का शेयर
मारुति के नतीजे बाजार बंद होने के बाद घोषित किए गए हैं। कंपनी का शेयर आज 162.50 रुपए या 1.26% गिरकर 12,760 रुपए पर बंद हुआ। बीते 6 महीने में शेयर ने 20% से ज्यादा रिटर्न दिया है। वहीं एक साल में शेयर करीब 50% चढ़ा है।

कंपनी का मुनाफा बढ़ने की 4 वजहें है..

कंपनी ने इस वित्त वर्ष में ज्यादा गाड़ियां बेची।
कमोडिटी कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ी, ये फेवरेबल रही।
कंपनी लागत कम करने में कामयाब रही।
मारुति की नॉन ऑपरेटिंग इनकम में इजाफा।
अब तक की हाईएस्ट एनुअल सेल्स, एक्सपोर्ट, नेट सेल्स
कंपनी ने अपनी अब तक की हाईएस्ट एनुअल सेल्स, एक्सपोर्ट, नेट सेल्स और नेट प्रॉफिट हासिल किया है। मारुति सुजुकी ने पूरे साल में कुल 21,35,323 गाड़ियां बेची। ये एक साल पहले की तुलना में ये 8.6% की ग्रोथ है। घरेलू बाजार में सेल्स 1,852,256 यूनिट रही, वहीं मारुति ने 283,067 गाड़ियां एक्सपोर्ट की। ये एक साल पहले की तुलना में 8.6% की ग्रोथ है। वहीं चौथी तिमाही में मारुति ने 505,291 गाड़ियां बेची। ये पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 12.2% ज्यादा है। कंपनी ने 78,740 गाड़ियां एक्सपोर्ट भी की। ये सालाना आधार पर 21.7% की बढ़ोतरी है। Q4FY23 में कंपनी ने 64,719 गाड़ियां एक्सपोर्ट की थी।

वित्त वर्ष 2025 में एक्सपोर्ट 3 लाख यूनिट पार होने की उम्मीद
मारुति को भरोसा है कि वित्त वर्ष 2025 में उसका एक्सपोर्ट 3 लाख यूनिट को पार कर जाएगा। मारुति ने 2030 तक एक्सपोर्ट को 8 लाख यूनिट करने का टारगेट रखा है। मारुति लगातार तीसरे साल भारत की सबसे ज्यादा ज्यादा कार एक्सपोर्ट करने वाली कंपनी रही है।