US में बर्थडे पार्टी में फायरिंग, 6 टीनएजर्स की मौत:शूटर भी नाबालिग था, अमेरिका में इस साल मास शूटिंग की 139 घटनाएं
अमेरिका के अल्बामा राज्य के डेडविले में रविवार को फायरिंग के दौरान 6 नाबालिगों की मौत हो गई। 20 लोग घायल हुए। ज्यादातर घायल नाबालिग ही हैं।
घटना एक टीनएजर की बर्थडे पार्टी के दौरान हुई। 6 नाबालिगों के शव मैदान में देखे गए। आरोपी भी नाबालिग बताया जा रहा है। उसके गिरफ्तार होने या मारे जाने की खबर नहीं है।
स्वीट 16 पार्टी के दौरान हुई फायरिंग
‘फॉक्स न्यूज’ ने एक चश्मदीद के हवाले से बताया- डेडविले में एक बर्थडे पार्टी चल रही थी। इसे स्वीट-16 नाम दिया गया था। पार्टी खत्म होने को थी, तभी किसी ने फायरिंग शुरू कर दी। चंद मिनट में ही पुलिस वहां पहुंची।
कुछ रिपोर्ट्स में मरने वालों की संख्या चार भी बताई गई है। हालांकि, चश्मदीद ने दावा किया कि पुलिस ने 6 नाबालिगों के शव बरामद किए हैं। एक पुलिस अफसर भी घायल हुआ है। डेडविले की आबादी करीब 3200 है।
अल्बामा के गवर्नर काय इवी ने कहा- हमें बहुत अफसोसनाक खबर मिली है। कुछ लोगों की मास शूटिंग में मौत हुई है। इस राज्य में ऐसे जुर्म बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हम हालात पर नजर रख रहे हैं। मारे गए नाबालिगों में से एक टेलेंटेड एथलीट भी था।
बता दें कि एक दिन पहले ही केंटकी राज्य में भी मास फायरिंग हुई थी। इसमें दो लोगों की मौत हुई थी। अमेरिका में इस साल जनवरी से अब तक फायरिंग की कुल 139 घटनाएं हो चुकी हैं।
गन लॉ के खिलाफ 450 शहरों में हुए थे प्रदर्शन
- पिछले साल जून में अमेरिका में गन लॉ अथॉरिटी (बंदूक रखने का कानूनी अधिकार) के विरोध में वॉशिंगटन समेत 450 शहरों में हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
- प्रदर्शन कर रहे गन सेफ्टी ग्रुप मार्च फॉर अवर लाइव्स के मेंबर्स का कहना है कि वो सरकार को हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठने देंगे। एक प्रदर्शनकारी ने कहा था- लोग मर रहे हैं। सरकार को सख्त कदम उठाना ही होगा। अब कानून में बदलाव लाने की जरूरत है।
- अमेरिका 231 साल बाद भी अपने गन कल्चर को नहीं खत्म कर पाया है। इसकी दो वजह हैं। पहली- कई अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर वहां के राज्यों के गवर्नर तक इस कल्चर को बनाए रखने की वकालत करते रहे हैं। दूसरी- गन बनाने वाली कंपनियां, यानी गन लॉबी भी इस कल्चर के बने रहने की प्रमुख वजह है। 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 63 हजार लाइसेंस्ड गन डीलर थे, जिन्होंने उस साल अमेरिकी नागरिकों को 83 हजार करोड़ रुपए की बंदूकें बेची थीं।
- 1791 में संविधान के दूसरे संशोधन के तहत अमेरिका नागरिकों को हथियार रखने और खरीदने का अधिकार दिया गया। अमेरिका में इस कल्चर की शुरुआत तब हुई थी, जब वहां अंग्रेजों का शासन था। उस वक्त वहां परमानेंट सिक्योरिटी फोर्स नहीं थी, इसीलिए लोगों को अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए हथियार रखने का अधिकार दिया गया, लेकिन ये कानून आज भी जारी है।
- नागरिकों के बंदूक रखने के मामले में अमेरिका दुनिया में सबसे आगे है। स्विट्जरलैंड के स्मॉल आर्म्स सर्वे यानी SAS की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में मौजूद कुल 85.7 करोड़ सिविलियन गन में से अकेले अमेरिका में ही 39.3 करोड़ सिविलयन बंदूक मौजूद हैं। दुनिया की आबादी में अमेरिका का हिस्सा 5% है, लेकिन दुनिया की कुल सिविलियन गन में से 46% अकेले अमेरिका में हैं।
- अक्टूबर 2020 के गैलप सर्वे के मुताबिक, 44% अमेरिकी वयस्क उस घर में रहते हैं, जहां बंदूकें हैं, इनमें से एक तिहाई वयस्कों के पास बंदूकें हैं।
- दुनिया में केवल तीन ही देश ऐसे हैं, जहां बंदूक रखना संवैधानिक अधिकार है। अमेरिका, ग्वाटेमाला और मैक्सिको। हालांकि, अमेरिका की तुलना में ग्वाटेमाला और मैक्सिको में लोगों के पास काफी कम बंदूकें हैं। साथ ही पूरे मैक्सिको में केवल एक ही गन स्टोर है, जिस पर आर्मी का नियंत्रण है।
- अप्रैल 2021 में एक और अमेरिकी राज्य जॉर्जिया ने बिना परमिट और लाइसेंस के ही नागरिकों को हथियार रखने की इजाजत दे दी थी।