असद का शव प्रयागराज के कब्रिस्तान पहुंचा:थोड़ी देर में दफनाया जाएगा, घर नहीं ले गई पुलिस; नाना समेत चुनिंदा रिश्तेदार को शामिल होने की परमिशन
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का शव शनिवार सुबह प्रयागराज पहुंच गया। झांसी से असद के शव को पुलिस सीधे कब्रिस्तान लेकर पहुंची है। शव को घर नहीं ले जाया गया। कब्रिस्तान के बाहर कड़ी सुरक्षा है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। असद के नाना हामिद अली समेत चुनिंदा रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान में एंट्री दी गई है।
रिश्तेदारों को पुलिस खुद अपनी गाड़ी से लेकर पहुंची है। बाकी, स्थानीय लोगों को कब्रिस्तान से करीब 200 मीटर दूर रोक दिया गया। मीडिया को भी एंट्री नहीं दी गई है। असद के परिवार को कोई सदस्य वहां नहीं है। अतीक ने बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। शनिवार को CJM कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होनी है।
इससे पहले, शुक्रवार रात 1.30 बजे पुलिस सुरक्षा में दोनों के शवों को झांसी से पुलिस और रिश्तेदार लेकर रवाना हुए। झांसी में गुरुवार को हुए एनकाउंटर में STF ने दोनों को मार गिराया था। गुलाम का शव कहां है, फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।
- असद के नाना हामिद अली ने बताया,”हमने नहलाने, कफन का इंतजाम कर लिया है। हम उसको नहलाने के बाद उसको कब्रिस्तान ले जाएंगे जहां उसे सुपुर्द-ए-ख़ाक करेंगे। उनकी मां यहां नहीं है तो वह मजबूरी है। उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या यह सही है)।
- पुलिस अतीक के करीबी रिश्तेदारों को एक गाड़ी में कब्रिस्तान ले गई है। यही लोग जनाजे में शामिल होंगे। बाकी, भीड़ को पुलिस ने सुरक्षा कारणों से करीब 200 मीटर दूर रोक दिया है।
- शूटर गुलाम का शव कहां दफनाया जाएगा। इस बारे में उनके परिजनों ने जानकारी नहीं दी है। शनिवार सुबह प्रयागराज में असद का शव पहुंचने से पहले अतीक के चकिया स्थित घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी। करीब 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी और PAC जवान तैनात किए गए हैं। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी हैं। पुलिस आज स्थानीय लोगों को अतीक के पुश्तैनी घर की तरफ जाने से रोक रही है।
- एनकाउंटर के 36 घंटे बाद शव प्रयागराज भेजे गए
इससे पहले झांसी में शुक्रवार को करीब पूरे दिन शवों को लेने के लिए परिजन आएंगे या नहीं.. इस पर असमंजस बना रहा था। पुलिस प्रशासन ने झांसी के जीवनशाह कब्रिस्तान में कब्र भी खुदवा ली थी। अगर परिजन नहीं आते तो दोनों को यहीं दफनाया जाना था। दोनों का गुरुवार की देर रात झांसी में पोस्टमॉर्टम हुआ था। इसके बाद शव मॉर्चुरी में रखवाए गए। - शुक्रवार शाम करीब 7 बजे असद के फूफा डॉ. उस्मान, एक रिश्तेदार और दो वकीलों के साथ झांसी पहुंचे। फिर रात 9:30 बजे शूटर गुलाम के साले नूर आलम और रिश्तेदार मोहम्मद रेहान आए।
- परिजनों ने पहले ही अपने डॉक्यूमेंट पुलिस को भेज दिए थे। पुलिस को उनको शव सौंपने थे, लेकिन पुलिस को शव सौंपने में करीब 6:30 घंटे का वक्त लग गया।
- इतना वक्त क्यों लगा, इस पर पुलिस अफसर चुप्पी साधे रहे। बताया जा रहा है कि जो परिजन शव लेने आए थे, उनका पुलिस ने पहले वेरिफिकेशन कराया। उसके बाद उनको शव सौंपे गए। इससे वक्त लगा है।
- हालांकि, पुलिस अपनी सुरक्षा में दोनों को शवों को ले गई। पुलिस का काफिला झांसी शुक्रवार देर रात 1:30 बजे प्रयागराज के लिए निकला। पुलिस काफिले में दो इंस्पेक्टर समेत 20 पुलिसकर्मी हैं।
- इससे पहले, झांसी के मेडिकल कॉलेज में गुरुवार देर रात 2 बजे दोनों के पोस्टमॉर्टम हुए। इसके बाद शव मॉर्चुरी में रखवाए गए।
असद के फूफा लेट आने पर बोले- ये फैमिली डिसीजन था
झांसी पहुंचे असद और गुलाम के परिजन मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आए। असद के फूफा, वकील और रिश्तेदार ने सिर्फ इतना कहा कि वे असद का शव लेकर प्रयागराज जाएंगे। वहां उसको दफनाया जाएगा। लेट आने के सवाल पर कहा कि ये फैमिली का फैसला था। वहीं, गुलाम के रिश्तेदारों ने कहा कि शव को प्रयागराज लेकर जा रहे हैं। वहां दफनाएंगे।एनकाउंटर में दर्ज हुईं 3 FIR
UP STF ने गुरुवार दोपहर 12:30 से 1 बजे के बीच एनकाउंटर में असद और शूटर गुलाम को मार गिराया था। दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड थे और 5-5 लाख का इनाम था। झांसी से 30 किमी. दूर बड़ागांव के पारीछा डैम के पास STF ने जब बाइक से भाग रहे असद और गुलाम को रोका तो दोनों फायर करने लगे। जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए।एनकाउंटर के बाद STF ने असद और गुलाम पर बड़ागांव थाने में 3 FIR दर्ज कराईं है। पहली में दोनों को पुलिस पर फायरिंग करने पर हत्या की कोशिश का आरोपी बनाया गया। जबकि दो FIR में वे आर्म्स एक्ट में आरोपी हैं। इसके अलावा, एनकाउंटर की एक FIR भी STF ने दर्ज कराई है।