वायरल फीवर से भी कम बीमार कर रहा कोरोना:95% मरीजों में नहीं दिख रहे लक्षण; आज फिर देशभर में होगी कोरोना मॉक ड्रिल

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश के महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार संक्रमण काफी कमजोर दिख रहा है। यह मरीज को दो दिन से ज्यादा बीमार नहीं कर पा रहा। उस हिसाब से देखें तो यह नॉर्मल वायरल फीवर से भी कम घातक है। 95% मरीजों में तो इसके लक्षण भी नहीं दिख रहे। जो 5% मरीज बीमार पड़ रहे हैं उनमें बुखार कॉमन है, जो एक-दो दिन तक ही रहता है। लेकिन, जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, उन्हें इन दिनो बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

नई लहर जैसा कोई खतरा नहीं: विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि अब नई लहर जैसा कोई खतरा नहीं है। क्योंकि, संक्रमण ओमिक्रॉन के ही सब वैरिएंट की वजह से फैल रहा है। खास बात यह है कि कोरोना बेशक तेजी से फैल रहा है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अब तक नहीं बढ़ी है। आगे भी ऐसी कोई आशंका नहीं है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी कहा है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लोगों को पैनिक नहीं करना चाहिए। IMA ने कहा कि हमने पहले भी वायरस को कंट्रोल किया है, आप लोगों की मदद से अभी भी कर लेंगे। IMA ने लोगों को हाइजीन मेंटेन करने की सलाह दी है।

दिल्ली में सामने आए 484 नए केस, 3 मौतें
दिल्ली में सोमवार को 484 नए कोरोना मामले सामने आए और 3 लोगों की मौत हो गई। वहां, एक्टिव मामले 2338 और पॉजिटिविटी रेट 26.58% हो गई है। सोमवार को दिल्ली में 1821 कोरोना टेस्ट हुए थे।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि कोविड के बढ़ते मामलों के बीच हेल्थ डिपार्टमेंट हाई अलर्ट पर है। सभी तैयारियां की जा चुकी हैं और अस्पतालों में 98% बेड खाली हैं।

महाराष्ट्र में आधे हुए नए कोरोना केस
महाराष्ट्र में सोमवार को 328 नए कोरोना मामले सामने आए और एक व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य में रविवार को कोरोना के 788 मरीज मिले थे। फिलहाल, राज्य में 4,667 एक्टिव केस हैं।

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने उसके अंडर आने वाले सभी अस्पतालों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। इन अस्पतालों में आने वाले सभी मरीजों, उनके रिश्तेदारों और सभी कर्मचारियों को मास्क लगाना होगा। BMC ने 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भीड़ भरे इलाकों में मास्क लगाने के लिए कहा है।

आज भी देशभर के अस्पतालों में होगी कोरोना मॉक ड्रिल
देशभर के अस्पतालों में आज भी कोरोना मॉक ड्रिल जारी रहेगी। सोमवार को देशभर के अस्पतालों में कोरोना मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई थी।

देश में 4% हुई इन्फेक्शन रेट
देश में इन्फेक्शन रेट 4% हो गई है। एक हफ्ते पहले ये रेट 2.7% और 2 हफ्ते पहले 1.5% थी। जब इन्फेक्शन रेट 5% से ज्यादा हो जाए तो उसे खतरनाक माना जाता है। दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र आदि में ये रेट 10% से ज्यादा हो चुकी है।

केस बढ़ सकते हैं, पर बीमारी की गंभीरता नहीं
दिल्ली के मैक्स अस्पताल में श्वसन रोग एक्सपर्ट डॉ. विवेक नांगिया बताते हैं कि अब आबादी में महामारी से लड़ने की ताकत बहुत मजबूत हो चुकी है। कुछ बातें साफ हैं। पहली- 10 में से सिर्फ 1 मरीज में बुखार या अन्य लक्षण दिख रहे हैं। क्योंकि, ज्यादातर लोगों में मौजूद एंटीबॉडी वायरस को बेजान कर रही है। संक्रमण से आने वाली ही हर्ड इम्यूनिटी कहलाती है। यह 90% आबादी में है।

इसी तरह वैक्सीन से हाइब्रिड इम्यूनिटी डेवलप हुई है। दूसरी- वायरस का असर होता भी है तो बुखार, खांसी, बदन दर्द जैसे लक्षण दो दिन से ज्यादा नहीं टिक पा रहे। सबसे ज्यादा फायदा हर्ड इम्यूनिटी से मिल रहा है। यह टीके से आने वाली क्षमता के मुकाबले कहीं बेहतर ढंग से वायरस से निपट रही है। यानी, आने वाले दिनों में मरीज बढ़ सकते हैं, लेकिन बीमारी की गंभीरता नहीं बढ़ेगी।