Uyghurs: उइगरों के मुद्दे पर डोलकुन ईसा को UNHRC में बोलने से चीन ने रोका, फिर ऐसे मिली मंजूरी

मीडिया से बात करते हुए उइगर कांग्रेस अध्यक्ष डोल्कन ईसा ने कहा कि चीन सच्चाई और न्याय से बहुत डरता है। आज, मैंने एक बयान दिया और चीन ने मुझे रोकने की कोशिश की और मुझे अलगाववादी और चीन विरोधी कहा। ईसा ने कहा, ‘मैं चीन से अलग होने की मांग नहीं कर रहा हूं। मैं शंघाई या बीजिंग की मांग नहीं कर रहा हूं। यह मेरा देश (शिनजियांग) है, यह एक अधिकृत क्षेत्र है और चीन को इसे स्वीकार करना चाहिए।’

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ( UNHRC) में एक बार फिर से चीन ने उइगर मुसलमानों का मुद्दा उठने से रोकने की कोशिश की।  UNHRC में जब उइगर कांग्रेस के अध्यक्ष डोल्कन ईसा बोलने के लिए उठे तो चीन ने इसका विरोध शुरू कर दिया। चीनी राजनयिक ने कहा कि डोल्कन ईसा ‘तथाकथित एनजीओ’ का प्रतिनिधि नहीं है। चीनी राजनयिक ने डोल्कन ईसा को “चीन विरोधी और अलगाववादी, हिंसक तत्व” कहा।

UNHRC में चीनी राजनयिक ने अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे पास उस वक्ता की योग्यता को चुनौती देने का कारण है। वह तथाकथित एनजीओ का प्रतिनिधि नहीं है, फिर भी खुद को मानवाधिकार रक्षक बताता है। बल्कि, वह चीन विरोधी और अलगाववादी और हिंसक तत्व है।’

इसके बाद अध्यक्ष ने डोल्कन ईसा की जगह अमेरिकी प्रतिनिधि को बोलने के लिए कहा। अमेरिकी राजनयिक ने यूएनएचआरसी में डोल्कन ईसा का समर्थन करते हुए कहा कि वक्ता को अपनी बात रखने की अनुमति दी जानी चाहिए। अमेरिकी राजनयिक ने कहा, ‘स्पीकर के बयान के सार को संबोधित किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं।

इसी तरह इरिट्रिया के राजनयिक ने भी डोल्कन ईसा का समर्थन किया। कहा, ‘वैसे मेरा मानना है कि यहां आने वाले हर किसी को बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।’ अमेरिका और इरिट्रिया द्वारा डोल्कन ईसा का समर्थन करने के बाद, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने उइगर कार्यकर्ता को अपनी बात रखने की मंजूरी दे दी।

चीन पर खूब बरसे उइगर नेता
मीडिया से बात करते हुए उइगर कांग्रेस अध्यक्ष डोल्कन ईसा ने कहा कि चीन सच्चाई और न्याय से बहुत डरता है। आज, मैंने एक बयान दिया और चीन ने मुझे रोकने की कोशिश की और मुझे अलगाववादी और चीन विरोधी कहा। ईसा ने कहा, ‘मैं चीन से अलग होने की मांग नहीं कर रहा हूं। मैं शंघाई या बीजिंग की मांग नहीं कर रहा हूं। यह मेरा देश (शिनजियांग) है, यह एक अधिकृत क्षेत्र है और चीन को इसे स्वीकार करना चाहिए।’

डोल्कन ईसा ने कहा कि चीनी सरकार उइगरों के खिलाफ नरसंहार कर रही है। चीनी सरकार नाखुश है और वे नहीं चाहते कि उइगर मुद्दा एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बने। चीनी सरकार मुझ पर हमला करने की कोशिश कर रही है, मुझे रोकने की कोशिश कर रही है और यह पहली बार नहीं है।