UN में शरीफ ने भारत के खिलाफ 7 झूठ बोले, 19 में से 8 मिनट सिर्फ कश्मीर पर बोले

न्यूयॉर्क. पाकिस्तान ने एक बार फिर यूएन जनरल असेंबली में बुधवार को कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए जनमत संग्रह कराने की मांग की। नवाज शरीफ ने अपनी 19 मिनट की स्पीच में 8 मिनट तक कश्मीर का मुद्दा उठाया। इस दौरान उन्होंने दुनिया के सामने बताने की कोशिश की इंडियन आर्मी कश्मीरी लोगों का दमन कर रही हैं। कुछ दिन पहले मारे गए आतंकी बुरहान वानी को एक यंग लीडर बताया। इसके अलावा, ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन की बात की। ऐसे एक नहीं कई झूठ बोले।
नवाज के झूठ:
# बातचीत न होने के लिए भारत को जिम्मेदार बताया
नवाज ने कहा- “भारत ने वार्ता के लिए ऐसी शर्त रखी जिसे माना नहीं जा सकता है”
सच क्या है- भारत ने सिर्फ इतना कहा है- आतंकवाद के साथ शांति के लिए बातचीत नहीं हो सकती है।
# बुरहान को कश्मीरी यूथ का लीडर बताया
नवाज ने कहा कि बुरहान वानी एक यंग लीडर था। जिसे इंडियन फोर्स ने मार डाला।”
सच क्या है- बुरहान वानी सेल्फ डिक्लेयर आतंकी था और हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन से जुड़ा था।
# बुरहान कश्मीरियों की आवाज था
नवाज ने कहा-“बुरहान बानी कश्मीरी युवाओं की आवाज था।”
सच क्या है- अलगाववादियों के मना करने के बाद भी पिछले दिनों 5000 कश्मीरी यूथ J&K पुलिस का एग्जाम देने पहुंचे।
# इंडियन आर्मी पर आरोप लगाए
नवाज ने कहा- “इंडियन आर्मी कश्मीर में लोगों का दमन कर रही है। सेना और कर्फ्यू काे हटाया जाना चाहिये।”
सच क्या है-इसलिए है क्योंकि अलगाववादी और सीमा पार के आतंकी संगठन वहां के लोगों को भड़का रहे हैं। पथराव में 3500 से ज्यादा जवान जख्मी हुए हैं।
# कश्मीर में हो रही हैं हत्याएं
नवाज ने कहा- कश्मीर में गैरकानूनी हत्याएं हो रही हैं और उनकी इंडिपेंडेंट जांच होनी चाहिए।”
सच क्या है- 26/11 हमले के आरोपी खुले घूम रहे हैं। पठानकोट हमले में कोई प्रोग्रेस नहीं। बलूचिस्तान और पीओके में PAK के अत्याचार पर वह बात तक नहीं करता।
#भारत हथियार जमा कर रहा है
“भारत जबर्दस्त तरीके से हथियार जमा कर रहा है, जिसे पाकिस्तान अनदेखा नहीं कर सकता।”
सच क्या है:स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक, PAK के पास 110 से 130 एटमी हथियार हैं जबकि भारत के पास 90 से 120।
# पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार
नवाज ने कहा- “पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार है और उसने सैकड़ों जानें गंवाई हैं।”
सच क्या है: पाकिस्तान में 50 से ज्यादा आतंकी संगठन खतरनाक और बेहद ताकतवर हैं।
भारत ने किया खारिज
– यूएन में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- “हमने एक आतंकवादी का ग्लोरिफिकेशन सुना। वानी हिजबुल का कमांडर था। यह हैरान करने वाली बात है कि एक देश का लीडर एक आतंकवादी की तारीफ कैसे कर सकता है।”
-”पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो हाथ में बंदूक लेकर बातचीत करना चाहता है। लेकिन भारत कभी भी इन टैक्टिक्स-ब्लैकमेल के आगे झुकेगा नहीं।”
– यूएन में परमानेंट मिशन ऑफ इंडिया में फर्स्ट सेक्रेटरी एनम गंभीर ने कहा- “ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन का सबसे खराब मामला आतंकवाद को बढ़ावा देना है।”
– ”जब एक देश की पॉलिसी ही वॉर क्राइम हो तो उसके आसपास के देशों पर इसका क्या असर पड़ रहा होगा समझा जा सकता है। अब तो यह दुनिया के कई और क्षेत्रों में भी पहुंच चुका है।”
– इससे पहले विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन विकास स्वरूप ने हिजबुल आतंकवादी बुरहान वानी का ग्लोरिफिकेशन किए जाने की भी निंदा की।
– कहा- “बातचीत के लिए भारत की एकमात्र शर्त यह है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवादियों को शरण ना दे और आतंकवाद का खात्मा करे। पाकिस्तान इसे मानने को तैयार नहीं है।”
– “आतंकी बुरहान वानी की तारीफ बताता है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से रिश्ता बरकरार है।”