पीएसी के जवान की पिटाई: कृष्णा हॉस्पिटल में पत्नी का इलाज कराने आया था, स्टाफ ने कमरे में बंद कर की मारपीट

ट्रांसयमुना काॅलोनी स्थित श्रीकृष्णा हाॅस्पिटल पर इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है। बताया गया है कि पत्नी को डिस्चार्ज कराने के दौरान पीएसी जवान से विवाद हुआ था

आगरा के ट्रांसयमुना काॅलोनी फेज दो स्थित श्रीकृष्णा हाॅस्पिटल में पीएसी के सिपाही के साथ मारपीट की गई। आरोप है कि अस्पताल में भर्ती पत्नी को डिस्चार्ज करने और रिपोर्ट देने के लिए कहने पर अभद्रता के बाद बंधक बनाकर पीटा गया। मामल में छह-सात अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। ग्राम जैदपुरा, टप्पल, अलीगढ़ निवासी रवेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब थी। वो 14 फरवरी को पत्नी को इलाज के लिए ट्रांसयमुना काॅलोनी फेज दो स्थित श्रीकृष्णा हाॅस्पिटल में लेकर आए थे। रात नौ बजे उसे भर्ती कर लिया गया। 15 फरवरी को उन्होंने अस्पताल स्टाफ से डिस्चार्ज के लिए बोला। मगर, उन्होंने 30 मिनट बाद आने की कहकर वापस भेज दिया। इस पर वो रिपोर्ट लेने गए। तब भी दो घंटे बाद की कह दिया।

उन्हें देर हो रही थी। इस बारे में कर्मचारी को बताया। उनका आरोप है कि वह अभद्रता करने लगा। इस पर उन्होंने अपना परिचय पुलिसकर्मी के रूप में दिया। इसके बावजूद वो हाथापाई करने लगे। इस पर वो बाहर निकल आए। बाद में और कर्मचारी आ गए। उन्होंने उन्हें अंदर खींच लिया। कमरे में बंधक बनाकर पिटाई की। सिर दीवार में मारा। गर्दन भी दबाने का प्रयास किया। वह शोर मचाते रहे, लेकिन कोई बचाने नहीं आया। जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।

मामले में थाना एत्माद्दौला में तहरीर दी गई। इस पर 6-7 अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, गालीगलौज, जान से मारने की धमकी और बंधक बनाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी छत्ता ने बताया कि सिपाही की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। विवाद के पीछे अधिक बिल होना पाया गया है। हॉस्पिटल स्टाफ और सिपाही के बीच समझौता हो गया है। सिपाही ने कार्रवाई नहीं करने के बारे में लिख दिया है। विवेचना की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।