अजब-गजब: बीएसएफ में ‘सहायक कमांडेंट’ की नौकरी छोड़, दोबारा से दिल्ली पुलिस में बना हवलदार
विवेक, दिल्ली पुलिस में हवलदार (मिनिस्ट्रियल) के पद पर कार्यरत था। जब उसकी तैनाती दिल्ली पुलिस अकादमी में थी, तो उसने ‘सहायक कमांडेंट’ के लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शु
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में सीधी भर्ती के जरिए ‘सहायक कमांडेंट’ भर्ती होना गौरव की बात कही जाती है। हालांकि इन बलों में लगभग एक दशक से युवा अधिकारियों द्वारा जॉब छोड़ने के मामले भी आते रहे हैं। बल के पूर्व अधिकारियों ने ‘पदोन्नति’ में देरी को इसकी मुख्य वजह माना है। पदोन्नति के लिए कैडर अधिकारियों को लंबी अदालती लड़ाई लड़नी पड़ रही है। इस बीच बीएसएफ के एक सहायक कमांडेंट ‘राजपत्रित अधिकारी’ द्वारा नौकरी छोड़कर दोबारा से दिल्ली पुलिस में हवलदार बनना, चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया में दिल्ली पुलिस का वह पत्र भी वायरल है, जिसमें सहायक कमांडेंट विवेक (बदला हुआ नाम) का इस्तीफा और दिल्ली पुलिस में वापसी का आदेश जारी किया गया है।
विवेक, दिल्ली पुलिस में हवलदार (मिनिस्ट्रियल) के पद पर कार्यरत था। जब उसकी तैनाती दिल्ली पुलिस अकादमी में थी, तो उसने ‘सहायक कमांडेंट’ के लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। उसकी मेहनत रंग लाई और सीएपीएफ में उसका चयन हो गया। उसे बीएसएफ में सहायक कमांडेंट की नियुक्ति मिली। दिल्ली पुलिस ने भी 22 सितंबर 2022 को उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। अभिषेक को पे मेट्रिक्स लेवल 10 (56100/177500) में जॉब मिली थी। अब वह राजपत्रित अधिकारी बन गया था।
बीएसएफ में विवेक की ट्रेनिंग शुरू हो गई। ट्रेनिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि उसे दिल्ली पुलिस के हवलदार की जॉब ठीक लगने लगी। उसने 20 जनवरी 2023 को बीएसएफ से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विवेक ने एफआर 13 एंड रूल 26 ऑफ सीसीएस पेंशन रूल 1972, के तहत दिल्ली पुलिस में दोबारा से ज्वाइनिंग का आवेदन दे दिया। दिल्ली पुलिस ने उसका आवेदन मंजूर कर लिया। इस बाबत डिप्टी डायरेक्टर/प्रशासन, दिल्ली पुलिस अकादमी, झड़ौदा कलां ने दो फरवरी को आदेश जारी कर दिया। विवेक ने राजपत्रित अधिकारी की नौकरी छोड़कर दोबारा से हवलदार (मिनिस्ट्रियल) की जॉब ले ली। उसे दिल्ली पुलिस अकादमी, झड़ौदा कलां में तैनाती मिली है।