Health Tips: ब्लड शुगर कम होने के लक्षण, इन पांच चीजों के सेवन से मरीज को मिलेगा जल्द लाभ
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जिसको नियंत्रित करने के लिए मरीजों को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। शुगर लेवल बढ़ने पर उसे कंट्रोल करने के लिए खानपान पर नियंत्रण करने के साथ ही दवा या इंसुलिन उपचार करना पड़ता है। हालांकि शुगर का बढ़ना जितना गंभीर होता है, उतना ही ब्लड शुगर लेवल लो होना भी घातक हो सकता है। इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं। ये स्थिति तब आती हैं जब मरीज भोजन छोड़ देते हैं और शराब का सेवन अधिक करते हैं। इसलिए डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को शुगर लेवल बराबर रखने के लिए दिनभर में कई बार थोड़ा थोड़ा खाने की सलाह दी जाती है। लो ब्लड शुगर की समस्या किसी को भी हो सकती हैं। ऐसे में आपको ये पता होना चाहिए कि लो ब्लड शुगर के क्या लक्षण हैं और ऐसी समस्या आने पर मरीज को तत्काल क्या इलाज करना चाहिए या किस तरह की चीजें खिलानी चाहिए।
-ब्लड शुगर लो होने पर मरीज का सिरदर्द होने लगता है।
-कांपना, चक्कर आना, भूख लगना, भ्रम होना, चिड़चिड़ापन, दिल की धड़कन बढ़ना।
-त्वचा पीली पड़ना, पसीना आना और कमजोरी आने लगती है।
-वहीं अगर आप इन लक्षणों को अनदेखा करते हैं तो मरीज को दौरे भी पड़ सकते हैं।
-ब्लड शुगर लो होने पर समय पर इलाज न मिलने पर मरीज कोमा में जा सकता है।
लो शुगर होने की वजह
-मरीज लो ब्लड शुगर की समस्या से कई कारणों से ग्रसित हो जाता है। दरअसल, दवाओं और इंसुलिन इंजेक्शन के के अधिक इस्तेमाल से ब्लड शुगर कम होने की समस्या हो जाती है।
-डायबिटीज के मरीज भोजन छोड़ देते हैं या सामान्य से कम खाना खाते हैं तो भी लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है।
कितना हो ब्लड शुगर का लेवल
आपका ब्लड शुगर 70 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर होना चाहिए। 60 मिलीग्राम/डीएल से नीचे होने पर मरीज को ब्लड शुगर लेवल बराबर लाने के लिए उपचार करना चाहिए।लो ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने के लिए क्या खाएं
-मरीज का ब्लड शुगर कम है तो उसे बढ़ाने के लिए मिठाई, चॉकलेट आदि न खिलाएं, बल्कि 3 चम्मच चीनी, गुड़ या ग्लूकोज पाउडर का सेवन करें।
-आधा कप फलों का रस पी सकते हैं।
-ओआरएस का घोल पानी के साथ पी सकते हैं।
-एक कप दूध का सेवन कर सकते हैं।
-एक चम्मच शहद खिला सकते हैं।
नोट: डॉ. राजन गांधी अत्याधिक योग्य और अनुभवी जनरल फिजिशियन हैं। इन्होंने कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से अपना एमबीबीएस पूरा किया है। इसके बाद इन्होंने सीएच में डिप्लोमा पूरा किया। फिलहाल यह आईसीएचएच से वह उजाला सिग्नस कुलवंती अस्पताल में मेडिकल डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन के तौर पर काम कर रहे हैं। यह आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के आजीवन सदस्य भी हैं। डॉ. राजन गांधी को इस क्षेत्र में 25 साल का अनुभव है।