#Rio: 4 दिन में भारत के हाथ से फिसले 11 मेडल, खुद का बेस्ट नहीं दे पाए हमारे एथलीट्स

स्पोर्ट्स डेस्क. रियो ओलिंपिक में भारतीय टीम के लिए अब तक मेडल का खाता भी नहीं खुल सका है। शुरुआती चार दिन की परफॉर्मेंस को देखें तो ये बात सामने आ रही है कि हमारे प्लेयर्स रियो में बाकी देशों के प्लेयर्स से बेहतर परफार्मेंस देना तो दूर, अपना ही बेस्ट भी रिपीट नहीं कर पा रहे हैं। मेडल के सबसे करीब पहुंचे शूटर अभिनव बिंद्रा से लेकर आर्चरी टीम और टेनिस खिलाड़ियों की भी यही कहानी है। कोई भी अपना बेस्ट नहीं दे पाया। हमारे वो प्लेयर्स जो खुद का ही बेस्ट रिपीट नहीं कर पाए…
1. बिंद्रा: एशियन गेम्स में 166 अंक, रियो में 163.8 ही बना पाए
– अभिनव बिंद्रा 10 मीटर एयर राइफल में यूक्रेन के शेरही कुलीश के 163.8 अंक के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थे। शूट ऑफ में हारे।
– बिंद्रा ने 2014 एशियन गेम्स के दौरान फाइनल राउंड में 166 अंक लेकर फाइनल में जगह बनाई थी। बाद में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
– बिंद्रा का एशियन गेम्स का फाइनल का स्कोर 187.1 था। जबकि रियो में ब्रॉन्ज जीतने वाले रूस के ब्लादिमीर का स्कोर 184.2 रहा।
– मतलब साफ है। अगर अभिनव एशियन गेम्स की परफॉर्मेंस भी दोहरा देते तो भारत का एक मेडल पक्का था।
2. तीरंदाजी: एवरेज 27.05, पर शूट ऑफ में 23 अंक ही ला सकी महिला टीम
– महिला टीम इवेंट के क्वार्टर फाइनल में रूस ने इंडियन आर्चरी टीम को शूट ऑफ में 25-23 से हरा दिया।
– दोनों टीमों के चार-चार अंक होने के बाद शूट ऑफ हुआ था।
– महिला टीम की तीनों तीरंदाजों का एवरेज स्कोर 27.05 है। यानी टीम शूट ऑफ में इसे बरकरार रखती तो सेमीफाइनल में पहुंच जाती।