
अंडर-19 महिला क्रिकेट विश्वकप का फाइनल मैच भारत ने जीता। फिरोजाबाद की बेटी सोनम यादव भी इसका हिस्सा रहीं। ट्राफी मिलने के बाद रात करीब दस बजे सोनम ने वीडियो कॉल पर परिवारीजन से बात की। सबसे पहले मां से बात करते हुए रोने लगी। बोली मां मेरा सपना पूरा हुआ है। इसके बाद भाई व पिता से बात की। सोनम के रोते देख सभी लोग भावुक हो गए। इसके बाद आंसू पोंछेते हुए कहा कि मां मैं तो पार्टी करने जा रहीं हूं।
बताते चलें कि सुहागनगरी फिरोजाबाद की बेटी सोनम ने अंडर-19 महिला क्रिकेट विश्वकप के फाइनल मैच में अपना जलवा दिखाया। वह आलराउंडर प्लेयर के रूप में टीम में खेलीं। सोनम बाएं हाथ की स्पिन बॉलर हैं और दाएं हाथ से बल्लेबाजी करती हैं। उन्हें टीवी में देखकर गांव व क्षेत्र के लोगों में काफी उल्लास रहा।
सोनम जिले के राजा के ताल गांव में की रहने वाली हैं। वह साउथ अफ्रीका में हुए इंग्लैंड और भारत के बीच खेले गए अंडर-19 महिला क्रिकेट विश्वकप के फाइनल मैच में खेलीं। पिता ने बताया कि फाइनल मैच देखने के लिए घर के बाहर एक बड़ा टीवी लगाया गया। आसपास के लोगों की भीड़ जमा रही। स्क्रीन पर सोनम को देखकर क्षेत्रीय लोगों में खुशी छा गई।
पिता जिस कारखाने में काम करते थे, उसके पीछे करती थी अभ्यास
सोनम ने करीब दो साल तक क्रिकेट गांव की गलियों में ही सीखा। इसके बाद उसके पिता जिस कारखाने में काम करते थे, उस कारखाने के पीछे ओम ग्लास मैदान में क्रिकेट एकेडमी में प्रवेश लिया। यहीं से ही सोनम के दिन बदलने शुरू हो गए।
2018 में यूपी से अंडर 19 में खेली थी सोनम
2018 में यूपी से अंडर 19 में खेली। इसके बाद 2019 में नेशनल क्रिकेट एकाडमी में बंगलुरू में प्रवेश लिया। मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों में खेलने को मौका मिला। वर्ल्ड कप से पहले वेस्टइंडीज व साउथ अफ्रीका के साथ त्रिकोणीय सीरीज में मौका मिला। अच्छा प्रदर्शन होने के कारण उसका चयन वर्ल्ड कप की टीम के लिए चयन किया गया था।
सहेली डॉली बोली… आएंगे तो मिलेंगे गले
सोनम की सबसे खास सहेली डॉली बोली सोनम से यहां से जाने के दौरान बात हुई थी। उसे पूरा विश्वास था कि हमारी टीम वर्ल्ड कप जीतेगी। सोनम की सोच बिल्कुल ठीक थी। सोनम अब आएगी तो उससे गले मिलने के साथ पार्टी लूंगी।
परिवार में सबसे छोटी है सोनम
सोनम का पूरा परिवार राजा के ताल गांव में रहता है। सोनम की मां गुड्डी देवी बताती हैं कि उनकी पांच लड़कियां हैं। इसमें सोनम सबसे छोटी है। सोनम के पिता कारखाने में मजदूरी करते हैं। सोनम की मां गुड्डी देवी ने बताया कि सोनम की क्रिकेट में रुचि को देखते हुए उसके पिता ने दोनों समय मजदूरी की, ताकि खर्चा निकल सके। सोनम के ऊपर पूरे गांव को नाज है। भारत ने फाइनल मैच जीत कर वर्ल्ड कप अपने नाम किया।
वापस आने पर करेंगे स्वागत
सोनम के इस टीम का हिस्सा होने पर गांव व क्षेत्र के लोगों में काफी प्रसन्नता रही। गांव वालों का कहना है कि सोनम जब वापस आएगी तो उसका जोरदार स्वागत किया जाएगा। सोनम के भाई अमन यादव का कहना है कि सोनम की क्रिकेट में रुचि को देखते हुए वह उसे खेल के मैदान में ले गए और उसे एकेडमी में ले जाकर प्रैक्टिस कराई।