अस्पताल में आग से डॉक्टर दंपती समेत 6 जिंदा जले:खुद को बचाने के लिए बाथटब में बैठे रहे डॉक्टर; लोग कहते रहे-आ रहे हैं

झारखंड के धनबाद में शुक्रवार रात 1 बजे एक प्राइवेट अस्पताल में आग लग गई। इसमें 6 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसे के वक्त सभी लोग सो रहे थे। डॉक्टर का शव बाथटब से मिला है। ऐसा कहा जा रहा है कि खुद को बचाने के लिए वे पानी के टब में बैठ गए थे। यहीं उनकी लाश मिली।

आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि आग स्टोर रूम से शुरू हुई होगी। आग लगने के दौरान का एक वीडियो भी सामने आया है। डॉक्टर हाजरा खिड़की से खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। नीचे फायरकर्मी और लोग उनसे कह रहे हैं कि चिंता मत कीजिए डॉक्टर साहब…हम आ रहे हैं… हम सीढ़ी से आपके पास आ रहे हैं।

अस्पताल का नाम हाजरा क्लिनिक एंड हॉस्पिटल है और धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के टेलिफोन एक्सचेंज रोड पर है। डॉक्टर परिवार समेत क्लिनिक के फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे। हादसे में डॉक्टर दंपती, उनकी नौकरानी, डॉक्टर हाजरा के भांजे समेत 6 की दम घुटने से मौत हो गई। सभी शव अलग-अलग कमरों से बरामद हुए हैं।

अस्पताल में भर्ती थे 10-15 मरीज

अस्पताल के गार्ड ने बताया कि रात 1 बजे करीब चिंगारी दिखाई थी। हम दौड़कर ऊपर भागे तब तक पहली मंजिल आग की लपटों से घिर गई। करीब 1 घंटे बाद हमने बाकी सुरक्षाकर्मियों की मदद से 6 बॉडी बाहर निकाली। आग लगने के दौरान नीचे वाले वार्ड में 10-15 मरीज भी भर्ती थे। जैसे ही उन्हें आग लगने की जानकारी हुई वो खुद निकलकर बाहर चले गए। आग वहां तक नहीं पहुंची थी। आग सिर्फ फर्स्ट फ्लोर तक ही पहुंची थी।

डॉक्टर ने दो डॉगी पाल रखे थे। एक डॉगी की भी दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दूसरे का फायर ब्रिगेड ने बचा लिया।

पूजा में शामिल होने कोलकाता से धनबाद आया था भांजा
डॉ विकास हाजरा हर साल सरस्वती पूजा मनाते थे। इस आयोजन में शामिल होने उनका भांजा सोहम खमारू 25 जनवरी को कोलकाता से धनबाद पहुंचा था। इस आयोजन में शामिल होने डॉ विकास हाजरा के ममेरे भाई, सुनील मंडल और रिश्तेदार शंभू सिघों भी पहुंचे थे।

लापरवाही ने ली जान
खबर आ रही है कि हाजरा क्लिनिक के पास फायर एनओसी भी नहीं था। अस्पताल पिछले कई दशक से संचालित हो रहा था । कुछ साल पहले धनबाद में पदस्थापित अग्नि शमन पदाधिकारी ने फायर एनओसी लेने के लिए डॉक्टर से आग्रह किया था।

रात 12 बजे तक मरीज देख रहीं थीं ड़ॉक्टर
डॉ प्रेमा हाजरा मौत के दो घंटे पहले तक मरीजों को देख रहीं थीं। नर्सिंग होम में भर्ती एक महिला का प्रसव रात 12 बजे कराया था। महिला गांधी रोड की रहने वाली है। शुक्रवार रात डिलीवरी के बाद बेटा हुआ है। ओटी में मौजूद नर्सों ने कहा, डॉ प्रेरणा हाजरा ने मरीज से कहा था मुंह मीठा कराइये।

CM ने दुख जताया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि धनबाद स्थित हाजरा मेमोरियल अस्पताल में देर रात लगी आग से प्रसिद्ध डॉक्टर दंपती डॉ विकास और डॉ प्रेमा हाजरा समेत कुल 6 लोगों की मृत्यु की खबर से मन व्यथित है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।