आंध्र प्रदेश में 2 दलितों पर 100 गोरक्षकों का हमला: गाय की खाल निकालने के आरोप में पेड़ से बांधा, कपड़े उतारे और पीटा

विजयवाड़ा.गुजरात के बाद अब आंध्र प्रदेश में दलितों को पीटे जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि 100 कथित गोरक्षकों ने 2 दलित भाइयों को गाय की खाल निकालने के आरोप में पेड़ से बांधा, उनके कपड़े उतारे और जमकर पीटा। ये तब हुआ है जब 3 दिन पहले नरेंद्र मोदी दलितों पर कथित गोरक्षकों के हमले को लेकर बोल चुके हैं। बता दें कि पिछले महीने गुजरात के ऊना में भी दलित कम्युनिटी के लोगों की पिटाई का मामला सामने आया था।
– पुलिस के मुताबिक, घटना सोमवार को अमलापुरम गांव की है।
– इन दोनों की पहचान गंगाधर और रमन्ना के रूप में हुई है।
– पुलिस का कहना है, “दोनों भाई अपने काम में लगे हुए थे, तभी खुद को गोरक्षक बताने वाले 100 लोगों ने उन पर हमला कर दिया।”
– “इन लोगों ने दोनों दलित भाइयों पर गायों को चुराने और उनकी खाल उतारने का आरोप लगाया।”
– एक सीनियर पुलिस अफसर के मुताबिक, “खाल उतारने के पहले गाय को करंट लगाकर मारा गया था। गाय का मालिक एक सब्जी बेचने वाला है। इसी ने दोनों भाइयों को खाल उतारने के पैसे दिए थे।”
– फिलहाल दोनों भाई हॉस्पिटल में हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मोदी ने 24 घंटे में 2 बार दी गोरक्षकों को वॉर्निंग
– 6 अगस्त को दिल्ली में ‘टाउन हॉल’ में मोदी ने कहा था- ”कभी-कभी गोरक्षा के नाम पर कुछ लोग दुकानें खोलकर बैठ जाते हैं। मुझे इतना गुस्सा आता है…। सचमुच के अगर वे गोसेवक हैं तो प्लास्टिक बंद करवा दें। गायें कत्ल से ज्यादा प्लास्टिक से मर रही हैं।”
– 7 अगस्त को उन्होंने 24 घंटे के अंदर हैदराबाद में दूसरी बार नकली गोरक्षकों पर निशाना साधा।
– मोदी ने कहा, ”कुछ लोग समाज को तहस-नहस करने पर लगे हैं। वे हिंदुस्तान की एकता को तोड़ने में लगे हैं।”
– ”कुछ मुट्ठीभर लोग गोरक्षा के नाम पर समाज में तनाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
– “अगर आपको दिक्कत है तो मुझ पर हमला कीजिए, मेरे दलित भाइयों पर नहीं।”
– ”किसान कृषि और गांव के बचाने के लिए गोरक्षकों से सावधान हो जाएं।”
– ”गोरक्षा के निर्देश संविधान में दिए गए हैं। उस हिसाब से गोरक्षा करें।”
– ”गोरक्षा के लिए महात्मा गांधी ने कहा है और जो बात गांधी ने कही है, वो कभी गलत नहीं हो सकती। ”
– ”गांधी जी कहा करते थे कि बचपन में उनकी माता उन्हें दूध दिया करती थीं, लेकिन एक गाय जिंदगी भर दूध का जरिया बनती है।”
क्या है ऊना मामला?
– 11 जुलाई को गुजरात के ऊना के एक गांव में कथित गोरक्षकों ने दलित कम्युनिटी के 4 लोगों की बेहरमी से पिटाई की थी।
– उसका वीडियो सामने आने पर गुजरात के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन और आगजनी हुई।
– राज्य सरकार ने पूरे मामले की सीआईडी जांच के ऑर्डर दिए और अब तक 16 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है।
– अपोजिशन ने संसद में भी इस मुद्दे को उठाया। राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और सीएम आनंदीबेन पटेल समेत कई नेता पीड़ितों से मिले थे।