राजस्थान में बारिश का कहर, पाली में बाढ़ से कई इलाके टापू बने, 4 जिलों में सेना भेजी
नई दिल्ली/ जयपुर.राजस्थान में बारिश कहर बरपा रही है। चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा के बाद अब बादलों ने पाली और जोधपुर का रुख कर लिया है। यहां मूसलधार बारिश ने बाढ़ के हालात बना दिए हैं। जोधपुर में बारिश ने 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। यहां रेलवे स्टेशन और हाईकोर्ट से लेकर हॉस्पिटल तक में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं, पाली और डूंगरपुर में कई इलाके टापू बन गए हैं। जान बचाने लोग छतों पर चढ़े हुए हैं। 4 जिलों में सेना भेजी गई है।
#राजस्थान: पाली में जान बचाने छतों पर चढ़े लोग, 4 जिलों में भेजी सेना
– सोमवार रात से लेकर मंगलवार शाम 5 बजे तक पाली जिले में 306 एमएम (12 इंच से अधिक) बारिश हुई।
– पाली जिले की तीन दर्जन से अधिक बस्तियों में छह से सात फीट तक पानी भर गया है। जान बचाने के लिए लोग मकानों की छतों पर चढ़े हुए हैं।
– चित्तौड़गढ़ जिले में दूसरे दिन भी बाढ़ के हालात रहे। बेगूं कस्बे में 14 इंच बारिश हुई। जिले के राशमी और बेगूं कस्बे भी टापू बन गए हैं।
– चार जिलों भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, पाली व झालावाड़ में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है।
– भीलवाड़ा शहर में 2 इंच बारिश हुई। उदयपुर में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आने से कई इलाके पानी में डूब गए।
– प्रतापगढ़ शहर में पांच इंच बरसात हुई। वहीं अरनोद, छोटी सादड़ी, धरियावद व पीपलखूंट में भी ढाई से तीन इंच बारिश हुई।
– चार जिलों भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, पाली व झालावाड़ में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है।
– भीलवाड़ा शहर में 2 इंच बारिश हुई। उदयपुर में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आने से कई इलाके पानी में डूब गए।
– प्रतापगढ़ शहर में पांच इंच बरसात हुई। वहीं अरनोद, छोटी सादड़ी, धरियावद व पीपलखूंट में भी ढाई से तीन इंच बारिश हुई।
जोधपुर में बारिश ने 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ा…
– जोधपुर में मंगलवार को बारिश ने 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां सोमवार रात 2 बजे से मंगलवार रात 8:30 बजे तक साढ़े 18 घंटों में 206.9 एमएम बारिश दर्ज की गई।
– इससे पहले चौबीस घंटों में सर्वाधिक 184 एमएम बरसात वर्ष 1927 में रिकॉर्ड हुई थी।
– रेलवे स्टेशन, हाईकोर्ट, कलेक्ट्रेट, जेडीए, टैक्स भवन, आरटीओ, नगर निगम सहित कई सरकारी स्कूलों में पानी भर गया।
– पटरियों पर पानी भरने से जोधपुर से जाने वाली 14 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और कई ट्रेनों का रूट बदला गया। रोडवेज की कई बसों को कैंसल कर दिया गया।
– इससे पहले चौबीस घंटों में सर्वाधिक 184 एमएम बरसात वर्ष 1927 में रिकॉर्ड हुई थी।
– रेलवे स्टेशन, हाईकोर्ट, कलेक्ट्रेट, जेडीए, टैक्स भवन, आरटीओ, नगर निगम सहित कई सरकारी स्कूलों में पानी भर गया।
– पटरियों पर पानी भरने से जोधपुर से जाने वाली 14 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और कई ट्रेनों का रूट बदला गया। रोडवेज की कई बसों को कैंसल कर दिया गया।
#मध्य प्रदेश:नीमच जिले के 30 गांवों में बाढ़
– राजस्थान के बेगूं के डोराई बांध से सोमवार रात छोड़ गए पानी से ब्राह्मणी और गुंजाली नदी उफान पर आ गई। इससे नीमच के 30 गांव बाढ़ से घिर गए।
– तेज बारिश से मंदसौर की शिवना नदी में उफान आ गया। मंगलवार को नदी का पानी मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह तक पहुंच गया। इससे प्रतिमा के चार मुख पानी में डूब गए।
– राजगढ़ जिले के सारंगपुर में कालीसिंध नदी के पुल के पास बने स्टॉप डैम का एक हिस्सा पानी के साथ बह गया।
– नीमच, मंदसौर, होशंगाबाद, गुना और राजगढ़ जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
– तेज बारिश से मंदसौर की शिवना नदी में उफान आ गया। मंगलवार को नदी का पानी मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह तक पहुंच गया। इससे प्रतिमा के चार मुख पानी में डूब गए।
– राजगढ़ जिले के सारंगपुर में कालीसिंध नदी के पुल के पास बने स्टॉप डैम का एक हिस्सा पानी के साथ बह गया।
– नीमच, मंदसौर, होशंगाबाद, गुना और राजगढ़ जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
#हरियाणा: ठंडा पड़ा मानसून
– हरियाणा में मानसून की सक्रियता कुछ घट गई है। सावन का अंतिम सप्ताह लगने को है, लेकिन अब कहीं झड़ी नहीं लगी है।
– मंगलवार को करनाल और पानीपत में हलकी बरसात हुई। पूरे प्रदेश में कुल 1 एमएम बरसात हुई।
– हरियाणा में अब तक 206.5 एमएम बरसात हुई है, जबकि सामान्य तौर पर 262.2 एमएम बरसात होनी चाहिए थी। अभी 21% की कमी है।
– मंगलवार को करनाल और पानीपत में हलकी बरसात हुई। पूरे प्रदेश में कुल 1 एमएम बरसात हुई।
– हरियाणा में अब तक 206.5 एमएम बरसात हुई है, जबकि सामान्य तौर पर 262.2 एमएम बरसात होनी चाहिए थी। अभी 21% की कमी है।
शहर | राज्य | पिछले 24 घंटों में बारिश |
पाली | राजस्थान | 306 एमएम |
जोधपुर | राजस्थान | 206.9 एमएम |
नीमच | मध्य प्रदेश | 120 एमएम |