ढहाया जाएगा पेपर लीक के मास्टरमाइंड का करोड़ों का घर:आज शाम 5 बजे तक मकान खाली करने के निर्देश, चल सकता है बुलडोजर

सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के जयपुर स्थित आलीशान मकान पर शुक्रवार को बुलडोजर चल सकता है। दो दिन पहले जेडीए ने उसके घर पर नोटिस लगाया था। उस नोटिस का बुधवार तक कोई जवाब पेश नहीं किया गया। इसके बाद गुरुवार सुबह जेडीए ने लीगल नोटिस जारी कर दिया और आज शाम 5 बजे तक मकान खाली करने का निर्देश दिया है।

नोटिस में अवैध निर्माण को हटाने के लिए कहा है। अगर शाम तक अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई शुरू नहीं की जाती तो 13 जनवरी को जेडीए अपने स्तर पर बुलडोजर चलाकर मकान का अवैध हिस्सा ध्वस्त करेगा। वहीं, इस कार्रवाई को रोकने के लिए मकान मालिक की तरफ से जेडीए ट्रिब्यूनल कोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर आज सुनवाई हो सकती है।

जेडीए के मुख्य प्रवर्तन नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया- 10 जनवरी को हमारी टीम ने भूपेंद्र सारण और गोपाल सारण के अजमेर रोड, रजनी विहार स्थित मकान के संबंध में नोटिस जारी किया था। जांच में सामने आया था कि करीब 28 बाई 46 फीट के प्लॉट पर जीरो सेटबैक बना है। जेडीए की ओर से जारी इस प्लॉट के साइट प्लान में कम से कम 15 फीट में फ्रंट और 8.3 फीट में बैक स्पेस छोड़ना जरूरी है। फिलहाल यह नहीं छोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि मकान की कीमत करोड़ों में है।

दो मंजिल ज्यादा बनाई

मकान के आगे 4 फीट का रैंप और अन्य निर्माण करके सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर रखा है। इसके अलावा भवन मालिक को साइट प्लान के मुताबिक 8 मीटर हाइट तक निर्माण करने की अनुमति है। मकान मालिक ने 8 मीटर से ज्यादा निर्माण करते हुए बिना अनुमति 2 मंजिल ज्यादा बना ली।

सुरेश ढाका के घर नहीं मिला कोई अवैध निर्माण
इधर, जेडीए की एक दूसरी टीम पेपर लीक मामले के दूसरे मास्टरमाइंड सुरेश ढाका के यहां भी 10 जनवरी को पहुंची थी। ढाका ने चित्रकूट की नेमीसागर कॉलोनी में एक लग्जरी फ्लैट ले रखा है। आशापूर्ण एम्पायर में लिया गया ये फ्लैट ढाका ने अपने पिता मांगीलाल के नाम से खरीद रखा है। जेडीए की टीम ने इस फ्लैट के निर्माण की जांच-पड़ताल की। यहां अवैध निर्माण जैसा कुछ नहीं मिला।

कौन है भूपेंद्र सारण? भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह जेल भी जा चुका है। पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है।

कौन है सुरेश ढाका?  सुरेश ढाका सांचौर से 20 किलोमीटर दूर स्थित अचलपुर गांव का रहने वाला है। इसके पिता मांगीलाल अभी सरपंच हैं। पहले जेल भी जा चुका है। पहली बार मनी लॉड्रिंग और दूसरी बार पेपर लीक में जेल गया था। जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर कोचिंग चलाता है। चौंकाने वाली बात ये है कि सुरेश ढाका कई मंत्रियों के ट्‌विटर हैंडल और फेसबुक पेज हैंडल करता है। इसके अलावा उसके खुद के भी सभी सोशल मीडिया अकाउंट वेरिफाइड है। अभी फरार है। सुरेश ढाका ने ही अपने साले सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र को जयपुर से पेपर उपलब्ध करवाया था।

3 घंटे में 5 मंजिला बिल्डिंग जमींदोज की गई थी ; गत सोमवार को भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने एक्शन लिया था। जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया। करीब 3 घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को धराशायी कर दिया गया था। यह इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर है और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था। इसके तीन कमरे और अन्य निर्माण को जेडीए ने जेसीबी और पोकलेन मशीनों से तोड़ दिया था।

ढ़ाई के लिए अलग, नकल के लिए अलग टीचर:फर्जीवाड़े से गर्लफ्रेंड की नौकरी लगवाई, यूथ कांग्रेस की वेबसाइट भी हैक कीलाखों स्टूडेंट्स की मेहनत और भविष्य से खिलवाड़ करने वाला ग्रेड सेकेंड टीचर भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका अपने साथी भूपेंद्र सारण के साथ पुलिस की गिरफ्त से दूर थाईलैंड में अय्याशी कर रहा है। सुरेश ढाका ने करोड़ों की संपत्ति बना रखी है। कुछ संपत्ति पुलिस की जांच में सामने आ चुकी है, लेकिन उसके करीबियों का कहना है कि उसकी कई प्रॉपर्टी ऐसी हैं, जिन तक अब भी पुलिस नहीं पहुंच पाई है। भास्कर ने मामले में इंवेस्टिगेशन को लेकर ढाका के करीबियों से बात की तो कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए।