Security Guard Murder: कंधे पर नोटों का बोरा रखकर भागता दिखा कातिल लुटेरा, सीसीटीवी फुटेज से सनसनीखेज खुलासा

दिल्ली के वजीराबाद में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर कैश वैन से 10.78 लाख रुपये लूटने के मामले में आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। बुधवार को आरोपी के कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए, जिसमें आरोपी कंधे पर किसी बोरी की तरह कैश के बैग को लादकर ले जा रहा है।उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद इलाके में मंगलवार दिन-दहाड़े सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर कैश वैन से 10.78 लाख रुपये लूटने के मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि एक अकेले व्यक्ति ने गार्ड की हत्या कर कैश लूटा और बड़े ही आराम से वह पैदल ही फरार हो गया।

बुधवार को आरोपी के कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए, जिसमें आरोपी कंधे पर किसी बोरी की तरह कैश के बैग को लादकर ले जा रहा है। उसके आधार पर पुलिस आरोपी की पहचान के प्रयास कर रही है। जिले की लोकल पुलिस के अलावा स्पेशल स्टाफ, एएटीएस और क्राइम ब्रांच व स्पेशल सेल भी आरोपी की पहचान में जुटी है।

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीएमएस कंपनी में काम करने वाले कैश कस्टोडियन बालम सिंह व कमल किशोर, चालक देवेंद्र सिंह व गार्ड उदयपाल सिंह चौहान एटीएम में कैश डालने के लिए आए थे। वैन करीब 4.36 बजे गली नंबर-6, आईसीआईसीआई एटीएम के पास पहुंची। इस बीच बालम और कमल कैश निकालकर एटीएम में चले गए।

उदयपाल सिंह वैन के बाहर गन लेकर खड़ा था। तभी ग्रे कलर की जैकेट पहने एक लड़का वहां पहुंचा। आते ही उसने उदयपाल के सीने में गोली मार दी। बाद में वह बालम और कमल के पास पहुंचा। उसने दोनों से रुपयों का बैग लूटा और पैदल ही वहां से भागने लगा। कमर पर भारी बैग लादकर वह कई जगह सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ।

एक प्वाइंट के बाद वह गायब हो गया। उसके बाद की सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास नहीं है। आरोपी उसके बाद पैदल की कहीं भागा या कोई उसका साथी इंतजार कर रहा था। पुलिस इसकी पड़ताल करने में जुटी है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि वारदात को अंजाम देने से पूर्व आरोपी किसी से फोन पर बात करता हुआ वैन की ओर जा रहा था।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि आरोपी को किसी ने वैन के वहां पहुंचने की जानकारी दी। पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बुधवार को सब्जी मंडी मोर्चरी में उदयपाल का शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार के हवाले कर दिया है। परिजनों ने सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध कराने वाली कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है।