एयर इंडिया की लॉयल्टी स्कीम हैक: प्वाइंट्स डाइवर्ट कर खरीदे 16 लाख के टिकट

नई दिल्ली. एयर इंडिया की पैसेंजर्स लॉयल्टी स्कीम में हैकिंग का मामला सामने आया है। इससे उन पैसेंजर्स को नुकसान हो सकता है जो इस एयरलाइंस से सफर कर रिवॉर्ड प्वाॅइंट्स हासिल करते हैं। दिल्ली पुलिस की सायबर सेल मामले की जांच कर रही है। बदमाशों ने 20 फर्जी ईमेल आईडी जनरेट किए। फिर एयरलाइंस के किसी इम्प्लॉई की मदद से पैसेंजर्स के रिवॉर्ड प्वाइंट्स को डाइवर्ट करा लिया। इन चुराए गए प्वाइंट्स के बेसिस पर 16 लाख रुपए के टिकट भी खरीद लिए गए। नो यॉर कस्टमर पॉलिसी के तहत वेरिफिकेशन के दौरान गड़बड़ी पकड़ में आई। विजिलेंस सिस्टम ने पकड़ी हैकिंग…
– पैसेंजर्स का ट्रेवल डाटा और रिडीम किए गए रिवॉर्ड प्वॉइंट्स काे लेकर खुलासा तब हुआ जब एयर इंडिया के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने जांच की।
– इसमें पता चला कि हाईटेक तरीके से पैसेंजर्स की फ्लाइंग डीटेल्स निकाली गई हैं।
– अंग्रेजी अखबार ‘मेल टुडे’ की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 ईमेल आईडी के जरिए ये जानकारी हैक की गई है। शक है कि इसमें एयर इंडिया के कुछ इम्प्लॉइज भी शामिल हो सकते हैं।
– फ्रीक्वेंट फ्लायर्स के प्वॉइंट्स को डायवर्ट किया गया है।
अब तक क्या पता लगा?
– एक महीने चली जांच के बाद पता लगा है कि करीब 170 टिकट शक के घेरे में हैं। इन्हें खरीदने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस को बतौर आईडी प्रूफ सबमिट किया गया। हैरानी की बात ये है कि इनमें से ज्यादातर पर जो सिग्नेचर किए गए हैं वो एक जैसे हैं।
– एयर इंडिया में सीनियर मैनेजर धनंजय कुमार ने पुलिस को बताया कि इन लोगों को सीधे बोर्डिंग पास भी इश्यू कर दिए गए थे। इससे शक होता है कि कंपनी के ही कुछ लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। आमतौर पर, ड्राइविंग लाइसेंस को एयर इंडिया वैलिड प्रूफ नहीं मानती।
– एयरलाइंस के मुताबिक, एयर इंडिया के 20 लाख पैसेंजर्स एेसे हैं जो फ्लाइंग-रिटर्न स्कीम से फायदा उठा रहे हैं।
– मामला तब नजर में आया जब एक इम्प्लॉई नो यॉर कस्टमर पॉलिसी के तहत डॉक्यूमेंटस को अपलोड कर रहा था।
– एफआईआर में कहा गया है कि एक यूजर नेम ‘किशोर के’ नाम से था। इसको टिकट जारी किया गया लेकिन ये प्रोग्राम एडमिनिस्ट्रेशन के यूजर ग्रुप से मेल नहीं खाता था।
– कंपनी को खास तौर पर 20 आईडी पर शक है। माना जा रहा कि इन्ही ईमेल के जरिए गलत तरीके से फ्रीक्वेंट फ्लायर लिस्ट को एक्सेस किया गया है।
– एक पैसेंजर को इस मामले में रंगे हाथों पकड़ा गया था।