खेल समाचार
IPL में कैसे महंगे साबित हुए ये खिलाड़ी, 8.5 करोड़ के नेगी का एक रन कितने लाख का?
मुंबई.आईपीएल-9 का नॉकआउट स्टेज शुरू होने के साथ ही खिलाड़ियों और टीमों का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। हमेशा की तरह इस बार भी अनेक रिकॉर्ड बने। विराट कोहली ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दी तो तो युजवेंद्र चहल जैसे कई अनजान से खिलाड़ी आईपीएल के आसमान में छा गए। जबकि, धोनी जैसे कई सितारे फीके रहे और टूर्नामेंट से बाहर हो गए। टूर्नामेंट से पहले नीलामी में सबसे महंगे बिके पवन नेगी मैदान पर भी सबसे महंगे साबित हुए। इतने कि दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें टूर्नामेंट के बीच में ही बाहर बैठा दिया। कौन हैं वो प्लेयर्स, जो फ्रेंचाइजी को पड़े महंगे…..
1. इरफान पठान:इस आॅलराउंडर का ऑक्शन 1.5 करोड़ रुपए में हुआ। उन्हें एक भी विकेट नहीं मिल सका।
2. इशांत शर्मा:3.8 करोड़ रुपए में बिके। तीन विकेट ही ले पाए। उनका हर विकेट फ्रेंचाइजी को 1.26 करोड़ रुपए का पड़ा।
3. पवन नेगी:8.5 करोड़ रुपए में बिके थे। 57 रन बनाए। 14.91 लाख रुपए का पड़ा हर रन। वैसे वो स्पेशलिस्ट बॉलर हैं।
ये रहे फायदे का सौदा
1. आरोन फिंच: 1 करोड़ में बिके थे। 343 रन बनाए। 30.03 हजार रुपए का पड़ा हर रन।
2. युजवेंद्र चहल: सिर्फ 10 लाख में बिका ये प्लेयर छा गया। 20 विकेट लिए। 50 हजार का हर विकेट पड़ा।
3. विराट कोहली: 15 करोड़ में बिके थे। 919 रन अब तक बना चुके हैं। 1.63 लाख करीब का पड़ा हर रन।
2. युजवेंद्र चहल: सिर्फ 10 लाख में बिका ये प्लेयर छा गया। 20 विकेट लिए। 50 हजार का हर विकेट पड़ा।
3. विराट कोहली: 15 करोड़ में बिके थे। 919 रन अब तक बना चुके हैं। 1.63 लाख करीब का पड़ा हर रन।
ये रहे फ्लॉप
मिशेल जॉनसन :किंग्स इलेवन पंजाब ने 6.5 करोड़ में खरीदा था।
नतीजा:3 मैच खेले। 2 विकेट लिए। 3.75 करोड़ में पड़ा 1 विकेट।
एम अश्विन :इस बार राइज़िंग पुणे ने 4.5 करोड़ रु. में खरीदा था।
नतीजा;10 मैचों में सिर्फ 7 विकेट। यानी 64 लाख रु में पड़ गया इनका 1 विकेट।
नतीजा;10 मैचों में सिर्फ 7 विकेट। यानी 64 लाख रु में पड़ गया इनका 1 विकेट।
कार्लोस ब्रैथवेट :इंडीज के ऑलराउंडर। दिल्ली ने 4.2 करोड़ में खरीदा था।
नतीजा;8 मैचों में 83 रन बना सके। 7 विकेट ले लिए। हर रन 5 लाख का पड़ा।
नतीजा;8 मैचों में 83 रन बना सके। 7 विकेट ले लिए। हर रन 5 लाख का पड़ा।
नाथू सिंह :मुंबई इंडियंस ने 3.2 करोड़ रुपए में खरीदा।
नतीजा:एक भी मैच नहीं खेल पाए। टीम भी नॉकआउट राउंड से पहले बाहर हो गई।
नतीजा:एक भी मैच नहीं खेल पाए। टीम भी नॉकआउट राउंड से पहले बाहर हो गई।
धाेनी पहली बार फ्लॉप
– दुनिया धोनी की कप्तानी की कायल है। वर्ल्ड कप से लेकर आईपीएल तक कितने ही खिताब उनके नाम हैं। लेकिन पहली बार उनकी टीम आईपीएल के टॉप-5 में भी नहीं रही। उनकी टीम खिताबी रेस से बाहर होने वाली पहली टीम रही। हालांकि, उन्होंने 40 के औसत से 284 रन बनाए। लेकिन कप्तानी की तरह बल्लेबाजी में वह जादू नहीं दिखा, जिसके लिए वे मशहूर हैं।
माही साये से उबरे रैना
– चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स के सस्पेंड होने के बाद दो नई टीमें पुणे सुपरजायंट्स और गुजरात लायंस बनीं। इसके साथ ही धोनी-सुरेश रैना की जोड़ी टूट गई। रैना गुजरात के लिए खेले और पहली बार में ही अपनी टीम को नॉकआउट में पहुंचा दिया। उन्होंने इस सफर में 398 रन बनाए। लेकिन टूर्नामेंट में उनकी तारीफ बल्लेबाजी से ज्यादा कप्तानी के लिए हुई।
युवराज भी रंग में नहीं
– पिछले साल 16 करोड़ में बिकने वाले युवराज की कीमत इस साल नौ कराेड़ घट गई। हैदराबाद ने उन्हें 7 करोड़ में खरीदा। लेकिन वे सात मैच में सिर्फ 146 रन ही बना सके हैं। उनका हर रन हैदराबाद को 4.80 लाख का पड़ा।