PAK नहीं चाहता था बातचीत कामयाब हो, इस्लामाबाद से लगातार आ रहे थे मैसेज
नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान के फॉरेन सेक्रेटरीज की दिल्ली में बातचीत शुरू होने के महज 10 मिनट बाद इस्लामाबाद से मैसेज आना शुरू हो गए थे। पाक के फॉरेन सेक्रेटरी एजाज अहमद चौधरी के लिए ऐसे किसी शख्स की ओर से बयान जारी किए जा रहे थे जो दिल्ली में हुई बातचीत में तो क्या भारत में ही मौजूद नहीं था। इस तरह पाकिस्तान ने बातचीत शुरू होने के पहले ही साफ कर दिया था कि भले ही नवाज शरीफ के फॉरेन सेक्रेटरी यहां आए हैं, लेकिन उनके मुल्क में ऐसी कोई ताकत है जो नहीं चाहती है कि बातचीत कामयाब हो। एजाज ने पढ़ी लिखी हुई स्क्रिप्ट…
– चौधरी “हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रोसेस’ समिट में भाग लेने मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचे।
– समिट से पहले उन्होंने भारत के फॉरेन सेक्रेटरी एस. जयशंकर के साथ अलग से सुबह 11 बजे साउथ ब्लॉक में मीटिंग की।
– 90 मिनट की बातचीत के दौरान एक बार फिर पाकिस्तान ने कश्मीर राग अलापा।
– समिट से पहले उन्होंने भारत के फॉरेन सेक्रेटरी एस. जयशंकर के साथ अलग से सुबह 11 बजे साउथ ब्लॉक में मीटिंग की।
– 90 मिनट की बातचीत के दौरान एक बार फिर पाकिस्तान ने कश्मीर राग अलापा।
– सूत्रों ने dainikbhaskar.com को बताया- पाक विदेश सचिव ने करीब-करीब लिखी हुई स्क्रिप्ट ही पढ़ी।
– उन्होंने भी वही मसले उठाए जो कोई इस्लामाबाद से मैसेज के रूप में मीडिया को जारी कर रहा था।
– हालांकि, इस दौरान एजाज लगातार कोशिश करते रहे कि भारत के फॉरेन सेक्रेटरी एस.जयशंकर अपनी इस्लामाबाद दौरे को लेकर कोई मैसेज या कमिटमेंट करें। ताकि दोनों देशों के बीच फॉरेन सेक्रेटरी लेवल टॉक शुरू करने को लेकर वह दुनिया को कोई मैसेज दे पाएं।
– दूसरा, उन्हें भेजकर पाक ने यह मैसेज भी दे दिया कि भारत में उनके हाई कमिश्नर अब्दुल बासित के ‘बातचीत सस्पेंड होने’ के बयान को पाकिस्तान नहीं मानता।
– दिलचस्प बात है कि बातचीत में बासित भी थे।
कहीं पाक अड़ा-कहीं भारत ने घेरा, इस तरह बेनतीजा रही बातचीत
–पठानकोट हमले के बाद मंगलवार को पहली बार भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत हुई।
– इस दौरान पहली बार भारत ने कहा कि पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने किडनैप किया था।
– बता दें कि पाकिस्तान ये आरोप लगाता रहा है कि भारत जाधव के जरिए बलूचिस्तान में आतंक को बढ़ावा दे रहा था।
पाक ने उठाए ये तीन मुद्दे
1. पाक फॉरेन सेक्रेटरी ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर मामले का हल सिक्युरिटी काउंसिल के प्रपोजल और कश्मीरी लोगों की इच्छा के मुताबिक किया जाए।”
2. ”पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण यादव के जरिए से भारत ने बलूचिस्तान और कराची में गतिविधियां चलाई हैं।”
3. ”समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर पाकिस्तान को कड़ा एतराज है। कई कोशिशों के बावजूद भारत ने नहीं बताया कि 42 पाकिस्तानियों की मौत कैसे हुई।”
2. ”पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण यादव के जरिए से भारत ने बलूचिस्तान और कराची में गतिविधियां चलाई हैं।”
3. ”समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर पाकिस्तान को कड़ा एतराज है। कई कोशिशों के बावजूद भारत ने नहीं बताया कि 42 पाकिस्तानियों की मौत कैसे हुई।”
भारत ने पाक को उसी के उठाए मुद्दों पर ऐसे घेरा
– बातचीत के दौरान भारत ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। जयशंकर ने जाधव को लेकर पाकिस्तान के आरोपों का भी करारा जवाब दिया। बातचीत में मछुआरों, कैदियों और रिलीजियस टूरिज्म का भी मुद्दा उठा।
1. जयशंकर ने कहा, ”पूर्व इंडियन नेवी ऑफिसर को किडनैप करके पाकिस्तान ले जाया गया था। कोई भी एजेंसी अपने एजेंट को पासपोर्ट लेकर फील्ड में नहीं भेजती। उस पर जासूसी का आरोप गलत है, भारत के काउंसलेट जनरल को उससे मिलने दिया जाए।”
2. ”पठानकोट और 26/11 मुंबई आतंकी हमलों की जांच में तेजी लाई जाए। NIA को पाकिस्तान जाने की इजाजत दी जाए।”
3. ”मसूद अजहर का नाम यूएन की बैन लिस्ट में शामिल करवाने और उसे अरेस्ट करने में पाकिस्तान मदद करे।”
2. ”पठानकोट और 26/11 मुंबई आतंकी हमलों की जांच में तेजी लाई जाए। NIA को पाकिस्तान जाने की इजाजत दी जाए।”
3. ”मसूद अजहर का नाम यूएन की बैन लिस्ट में शामिल करवाने और उसे अरेस्ट करने में पाकिस्तान मदद करे।”
इन 3 मुद्दों पर मीटिंग से नहीं निकला नतीजा
1.मीटिंग से पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि दोनों देशों के बीच मिनिस्ट्रियल या ऑफिशियल टॉक की अगले तारीख तय की जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
2.पठानकोट हमले की जांच के लिए NIA के पाकिस्तान जाने की तारीख पर भी फैसला होना था। लेकिन पाकिस्तान ने इस बारे में भी कोई साफ जवाब नहीं दिया।
3.पाकिस्तान मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों पर कब एक्शन लेगा, इसका भी उसने कोई जवाब नहीं दिया।
2.पठानकोट हमले की जांच के लिए NIA के पाकिस्तान जाने की तारीख पर भी फैसला होना था। लेकिन पाकिस्तान ने इस बारे में भी कोई साफ जवाब नहीं दिया।
3.पाकिस्तान मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों पर कब एक्शन लेगा, इसका भी उसने कोई जवाब नहीं दिया।