पनामा पेपर्स: अमिताभ के बारे में नया खुलासा- कंपनियों की मीटिंग में थे शामिल
नई दिल्ली. पनामा पेपर लीक मामले में अमिताभ बच्चन की मुसीबत फिर बढ़ सकती है। पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्तावेज को लेकर अमिताभ ने सफाई दी थी। ईडी जांच की बात मानते हुए उन्होंने कहा था कि वे किसी भी कंपनी में बोर्ड के डायरेक्टर नहीं थे। वहीं, अब ये खबर सामने आई है कि उन्होंने फोन के जरिए उन्हीं कंपनियों की बोर्ड मीटिंग अटेंड की है, जिन पर सवाल उठे हैं। बिग बी पर आरोप है कि वे 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच की कैपिटल वाली कंपनियों में डायेक्टर थे।
– द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि बच्चन बतौर डायरेक्टर इन कंपनियों में से दो की बोर्ड मीटिंग में ‘कॉन्फ्रेंस टेलिफोन’ के जरिए शामिल हुए थे।
– बहामास की ट्रम्प शिपिंग लिमिटेड और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड की सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड की ये मीटिंग 12 दिसंबर, 1994 को हुई थी।
– इन मीटिंग्स के लिए वेन्यू का पता था, “38/39, The Esplanade, St Helier, Jersey, Channel Islands, JE4 8SD”
– दोनों कंपनियों की ओर से जारी सर्टिफिकेट ऑफ इनकम्बेंसी में भी अमिताभ का नाम डायरेक्टर और कंपनी के मेंबर के तौर पर दर्ज है।
– ये रिकॉर्ड्स जेद्दा की एक इन्वेस्टमेंट कंपनी से लिए 1.75 मिलियन डॉलर के लोन से जुड़े हैं।
– इसका जिक्र मोसेक फोंसेका के दस्तावेज में भी है।
– इसका जिक्र मोसेक फोंसेका के दस्तावेज में भी है।
– इन्हीं मीटिंग्स में एक रेजोल्यूशन पास किया गया।
– ये रेजोल्यूशन डालाह अलबारका इन्वेस्टमेंट कंपनी (डायको) के कॉन्स्टेलेशन शिप मैनेजमेंट बहामास को दिए गए 17.5 करोड़ डॉलर लोन के बारे में थे।
– ये लोन अमिताभ की कंपनी ट्रैम्प शिपिंग के सभी शेयर्स खरीदने के लिए दिया गया था।
– लोन के बदले में ‘एमवी सी ट्रैम्प’ नाम के जहाज को गिरवी रखा गया था। इस जहाज को अमिताभ की डायरेक्टरशिप वाली कंपनी ट्रैम्प शिपिंग लिमिटेड, बहामास चलाती थी।
– ये लोन अमिताभ की कंपनी ट्रैम्प शिपिंग के सभी शेयर्स खरीदने के लिए दिया गया था।
– लोन के बदले में ‘एमवी सी ट्रैम्प’ नाम के जहाज को गिरवी रखा गया था। इस जहाज को अमिताभ की डायरेक्टरशिप वाली कंपनी ट्रैम्प शिपिंग लिमिटेड, बहामास चलाती थी।