अपने ही जख्मी लड़ाकों को मार रहा IS, इसलिए निकाल रहा है उनके हार्ट और लिवर

काहिरा.फाइनेंशियल क्राइसिस से जूझ रहे इस्लामी स्टेट (आइएसआईएस ) ने ऑर्गन बेचने का कारोबार शुरू कर दिया है। अभी तक वह बंधकों को मारकर उनके बॉडी पार्ट्स बेचता था। अब उसने इसके लिए अपने जख्मी लड़ाकों को मारना शुरू कर दिया है। ह्यूमन बॉडी के ये ऑर्गन वह ब्लैक मार्केट में ऊंची रकम में बेच रहा है। जख्मी लड़ाकों को मार कर उनके हार्ट और लिवर निकाले जा रहे हैं…
– अरबी न्यूजपेपर अल-सबाह की खबर के मुताबिक, ‘आईएसआईएस डॉक्टरों को धमका रहा है कि वे घायल लड़ाकों की जान लेकर उनके शरीर से ऑर्गन निकाल लें। ऐसा नहीं किया तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।’
– साउथ मोसुल का हिस्सा हाथ से निकल जाने के बाद आतंकियों की फाइनेंशियल क्राइसिस बढ़ गई है।
– इसलिए जख्मी लड़ाकों को मार कर उनके हार्ट, लिवर को ब्लैक मार्केट में बेचकर काम चलाया जा रहा है।
– मोसूल की जेलों में कैदियों को ब्लड डोनेशन के लिए मजबूर किया जा रहा है।
यूरोपीय लड़ाकों को लीव पर भेजा
– सीरिया और इराक में खलीफा का राज कायम करने वाले आइएसआईएस ने अपने यूरोपीय लड़ाकों को छुट्टी पर घर भेज दिया है।
– इससे ब्रिटेन और कुछ दूसरे यूरोपीय देशों में आतंकी हमलों का खतरा बढ़ गया है।
– मीडिया ने लीक हुए कुछ दस्तावेज के हवाले से बुधवार को बताया कि हजारों लड़ाकों को ‘एक्जिट कार्ड’ दिए गए हैं।
– इन पर आइएस के गेटकीपर्स और कमांडर्स के सिग्नेचर हैं। इनमें से कई ने 2013 और 2014 के बीच छुट्टियां मांगी थीं।
– इन डॉक्यूमेट्स में लड़ाकों के नाम, ग्रुप में उनका काम, कब शामिल हुए, कब छोड़ा, क्यों छोड़ा, किस क्रॉसिंग प्वाइंट से जा रहे हैं, जैसी कम्प्लीट जानकारी है।
– एक फ्रांसीसी लड़ाके के बारे में कमांडर ने लिखा है, ‘काम पूरा करने के लिए जा रहा है।’ जबकि एक ब्रिटिश इराकी को ‘एक काम करने’ के लिए लीव दी गई है।
आईएस ने भारत के हैंडलर्स से कहा- कुछ वक्त तक न करें भर्ती
– सीरिया में आईएस के हैंडलर्स ने भारत में अपने कॉन्टैक्ट्स से कुछ समय तक ऑनलाइन एक्टिविटीज बंद रखने को कहा है।
– सूत्रों के मुताबिक, आईएसआईस रिक्रूटर शाफी अरमार उर्फ यूसुफ अल हिंदी ने ये ऑर्डर दिए हैं।
– जनवरी में एनआईए ने कई राज्यों में आईएस मॉडयूल के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर 24 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया था। इन लोगों में ‘अमीर’ नाम के ग्रुप का मेंबर मुद्दबिर मुश्ताक शेख भी शामिल था। इसको मुंबई से अरेस्ट किया था। एनआईए ने मुंबई, केरल, आंध्रप्रदेश, यूपी समेत कई राज्यों में यह ऑपरेशन चलाया था।
– इंटेलिजेंस ऑफिसर ने बताया- ‘ हमने नोटिस किया है कि पिछले कई दिनों से फॉरेन-बेस आईएसआईएस हैंडलर्स और नेट-सेवी इंडियन यूथ के बीच ऑनलाइन चैट में कमी आई। हो सकता है कि यह सब उसी ऑर्डर के बाद हुआ हो।’
– ‘ लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने यूथ से कॉन्टैक्ट करना बंद कर दिया है।’
– बता दें कि ये लड़कों को आईएस में शामिल करने के लिए उन्हें स्काइप, सिगनल, ट्रिलियन जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए मोटिवेट करते हैं।